कोलार क्षेत्र में किराए से रहने वाले ब्रज कुमार चौधरी, अफजल खान, बृजेंद्र यादव, प्रेमलाल कुशवाहा, शकील खान ने बताया कि एक डॉक्टर के मकान में 12-13 लोग अलग-अलग फ्लैट में रहते थे, जिसमें 3 लोग यूपी और 10 लोग पन्ना जिले के थे, जिसमें 5 युवतियां भी शामिल हैं। इन लोगों को तय समय के अनुसार 28 मार्च को किराया देना था लेकिन लॉकडाउन और पार्ट टाइम जॉब चले जाने के कारण यह लोग समय पर किराया नहीं दे पाए।
उन्होंने मकान मालिक से कुछ दिनों की मोहलत भी मांगी लेकिन उसने फ्लैट खाली करने को कह दिया। इसके बाद किसी तरह युवाओं ने अपने परिचितों से पैसे मांग कर आधे महीने का किराया मकान मालिक को दिया। बृज कुमार ने बताया कि पैसे न होने के कारण उन्होंने तय किया कि वह भोपाल से सागर होते हुए अपने जिला पन्ना तक पैदल ही सफर करेंगे क्योंकि भोपाल में रहने और खाने का उनके पास कोई इंतजाम नहीं था।
उन्होंने कहा कि मकान मालिक से यूपी के युवाओं से फ्लैट खाली न कराने की भी मांग की थी क्योंकि वे लोग यूपी तक पैदल नहीं जा सकते हैं। युवाओं ने कहा कि या तो वे किसी तरह अपने घर पर पहुंच जाएं या फिर लॉकडाउन की अवधि में भोपाल में में ही कहीं रहने को जगह मिल जाए। ताकि, वह समय निकाल सकें। युवाओं ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को भी दी है जिसके बाद पुलिस ने संबंधित मकान मालिक की तलाश शुरू कर दी है।