इन्हीं के कारण भगवान विष्णु अति वैभवशील हैं। लक्ष्मी के विभिन्न स्वरूपों में से महालक्ष्मी का पदमा स्वरूप सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। पदमा ही धन की मूल देवी हैं। जिनका निवास पदमो वन में होता है। शब्द पदमा पदम से बना है जिसका अर्थ होता है कमल इसी कारण देवी लक्ष्मी को महाविद्या कमला बुलाया गया है।
1- 21 दिन तक 108 कमलगट्टों की आहुती यज्ञ में देने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होता है और धन संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाती है।
2- दुकान में कमल गट्टे की माला बिछाकर उसके ऊपर भगवती लक्ष्मी का चित्र स्थापित किया जाए तो व्यापार अच्छा चलता है।
3- कमल गट्टे की माला मां लक्ष्मी के चित्र पर पहना कर पूजा करने से हमेशा सुख-शांति व समृद्धि बनी रहती है।
4- प्रत्येक बुधवार को 108 कमल गट्टे के बीज की आहुती देने वाले के घर से दरिद्रता हमेशा के लिए चली जाती है।
5- जो व्यक्ति कमलगट्टे की माला अपने गले में धारण करता है उस पर माता लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
6- कमल गट्टे की माला से मंत्र श्री जगतप्रसूते नम: का जाप करें, इससे अटूट संपत्ति प्राप्त होती है।
7- घी में कमल गट्टे मिलाकर लक्ष्मी का भोग करने से व्यक्ति राजा जैसा जीवन जीता है। संपूर्ण धन लाभ मिलता है।
8- 108 कमल गट्टों की माला लक्ष्मी जी पर चढ़ाने से व्यक्ति को स्थिर लक्ष्मी प्राप्त होती है। 9- भुने हुए कमल अर्थात मखाने की खीर लक्ष्मी पर चढ़ाने से देवी प्रसन्न होकर धन के भंडार भरती हैं।
10- कमल और शहद से तांत्रिक हवन करने पर निर्धन भी अमीर बन जाता है। पंचमेवा में मखाने मिलाकर चढ़ाने से जीवन से निर्धनता समाप्त होती है।