समय समय पर दें ताजा पानी गर्मियों के समय डिहाइड्रेशन न केवल इंसानों को होता है, बल्कि जानवरों को भी इस समस्या से जूझना पड़ता है। इसलिए अपने पपी को थोड़ी-थोड़ी देर पर पानी पिलाया करें। अगर यह संभव नहीं है तो उसके सामने ताजा पानी से भरा हुआ कटोरा रख दें।
गोट्स मिल्क बेस्ट शहर में कई घरों में नवजात पपी है। गर्मी अधिक पड़ रही है। इसलिए इस मौसम में गाय के दूध के बजाय बकरी का दूध बेहतर होगा। गाय के दूध से नवजात पपी को एलर्जी हो सकती है। यदि आप पाउडर वाला दूध उपयोग कर रहे हैं तो डिस्टिल्ड वाटर का उपयोग करें । जिससे नवजात पपी को दस्त होने की आशंका नहीं होगी।
धूप में ले जाने से बचें बहुत सारे लोग यह समझते हैं कि पपी के फर होते हैं एेसे में उनको सूरज की किरणों से कोई दिक्कत नहीं होगी तो आप गलत हैं। पपी की स्किन भी आपकी तरह नाजुक होती है। अगर आपकी पपी की त्वचा बहुत ही लाइट है और उसके बाल बहुत पतले हैं तो अच्छा होगा कि उसे घर के अंदर ही रखें। इससे वह सूरज की धूप से बचा रह सकता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान अगर पपी के बाल ज्यादा मात्रा में है तो उसे समय-समय पर काटते रहें। क्योंकि ज्यादा बाल होने से उनको गर्मी लगेगी। साथ ही साथ ज्यादा बाल होने से उनमें बैक्टीरिया और पैरासाइट घर कर जाते हैं। कुछ पपी की नस्ल को गर्मी के मौसम में हीटिंग की समस्या हो जाती है इसलिए उन्हें एयर कंडीशनर में ही रखें। गर्मी के मौसम में उनको रोज नहलाएं। बेबी शैंपू से साफ करें। अगर आपका पपी थकान, उल्टी का शिकार है या उसकी हार्टबीट अचानक बढ़ गई है तो उसे सीधे पशु चिकित्सक के पास ले जाएं।