स्थानीय सूत्रों ने बताया कि मैहर सिविल अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र में तीन बच्चे भर्ती कर उन्हें कुपोषणमुक्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उनकी देखरेख के लिए अलग-अलग तीन शिफ्ट में केयर टेकर तैनात किए गए हैं। लेकिन बुधवार को दोपहर की शिफ्ट में जो केयर टेकर थी, वह रात 8 बजे अपने ड्यूटी समाप्त होने पर एनआरसी प्रबंधक समदडिय़ा को बताकर चली गई। लेकिन रात की शिफ्ट में तैनात केयर टेकर ड्यूटी पर नहीं पहुंची, जिसके बाद प्रबंधक समदडिय़ा ने अपने लोगों को भेजकर एनआरसी में भर्ती कुपोषित बच्चों को बाहर निकलवाकर ताला बंद कर दिया। जिससे वे रात भर परेशान होते रहे। दो बच्चे दूर-दराज गांव के थे, जिस कारण वे घर भी नहीं जा सकते थे।