मिली जानकारी केमुताबिक मंगलवार की सुबह शहर में उस समय हड़कंप मच गया जब दक्षिण करौंदिया अंतर्गत संग्राम कॉलोनी स्थित एक आवास पर लोकायुक्त की 25 सदस्यीय टीम ने दबिश दी। लोकायुक्त सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ अध्यापक भूपेंद्र पाण्डेय अवैध रूप से जिला पंचायत में एपीओ के पद पर संलग्न हैं। जबकि उनकी पत्नी ममता पाण्डेय पनवार स्कूल में अध्यापक के पद पर पदस्थ हैं। एपीओ भूपेंद्र पाण्डेय का संग्राम कॉलोनी में आलीशान मकान बना है। मकान को बाहर से देखने वाला हर आदमी कुछ समय के लिए चौंक जाता है कि एक छोटा कर्मचारी कैसे इतनी जल्दी इतनी रकम कमा ली।
सूत्र बतातें है कि मूल रूप से वरिष्ठ अध्यापक रहने वाले भूपेंद्र पाण्डेय ने जोर-जुगाड़ से अपने आप को जिला पंचायत में एपीओ के पद पर संलग्न करा लिया। फिर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दौलत जुटानी शुरू कर दी। बस इसी बात की भनक लोकायुक्त रीवा को लग गई। गोपनीय दस्तावेज जुटाने के बाद लोकायुक्त ने पूरा काला चिट्ठा तैयार करते हुए छापा डाला है।
शुरुआती जांच में 50 लाख की संपत्ति मिलने का खुलासा हुआ है। इसमें दो मंजिला मकान, एक प्लॉट सहित अन्य चीजें शामिल हैं। लोकायुक्त कार्यवाही के बाद शिक्षक जगत में हड़कंप मच गया है वही अधिकारी कर्मचारी चुप्पी साधे हुए हैं। लोकायुक्त टीम के पास आय से अधिक संपत्ति मामले की शिकायत पिछले 3 वर्षों से चल रही थी। जिसकी जांच लोकायुक्त द्वारा कराई गई जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।