बता दें कि, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा अचानक निरस्त होने के बाद सतना जिले के मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के अपने ही सरकार के लिए तेवर तल्ख कर दिए है। नारायण त्रिपाठी का कहना है कि, जब तक आदिवासी वनवासी दलित पिछड़ों का कल्याण नहीं होता, तबतक रामराज्य की परिकल्पना असंभव है, क्योंकि भगवान श्री राम जब चित्रकूट पहुंचे थे तो उनके साथ आदिवासी वनवासी दलित ही मौजूद थे।
यह भी पढ़ें- आखिर ऐसा क्या हुआ ? अचानक तालाब की हजारों मछलियों की हो गई मौत
त्रिपाठी का सरकार पर तल्ख तेवर
इसी के साथ उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए ये भी कहा कि, रामराज्य की स्थापना अडानी नहीं करेगा। गरीबों का कल्याण होगा तब ही राम राज्य की स्थापना साकार होगी। गरीबों के बच्चों को पढ़ा लिखा दिया जाए, उनको मुफ्त में दवा उपलब्ध करा दी जाए, तभी रामराज्य की स्थापना संभव है और अगर मैं यही बात कह देता हूं तो लोग मुझे बागी कहने लगते हैं।