एमपी विधानसभा में आपराधिक कानून (संशोधन) बिल पर जुलाई 2019 में मतदान के दौरान नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने कमलनाथ सरकार के पक्ष में मतदान किया था। इसके बाद कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा पर निशाना साधा था। भाजपा विधायकों के पक्ष में वोट मिलने के बाद सीएम कमलनाथ ने भाजपा पर चुटकी ली थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा रोज कहती है कि हमारी सरकार कभी भी गिर सकती है। आज सदन में आपराधिक कानून (संशोधन) बिल पर वोटिंग के दौरान दो भाजपा नेताओं ने हमारे पक्ष में वोट दिया।