शर्मिन्दगी नहीं महसूस होगी पहले इस गांव का नाम लेने में गांव वासियों को शर्म का सामना करना पड़ता था, लिहाजा उन्होंने इस नाम से पीछा छुड़ाने का मन बनाया और सरकार द्वारा गांवों के नाम के बदलाव के संबंध में चाही गई जानकारी पर इसके नाम परिवर्तन का प्रस्ताव भिजवाया था। जिसे शासन स्तर पर स्वीकार कर लिया गया था। और जिला प्रशासन को नाम बदलने के आदेश 13 दिसंबर को जारी हुए थे। अमरपाटन तहसील के राजस्व रिकार्ड के अनुसार 1920 के आसपास गांव का नाम आधिकारिक रूप से नकटी रखा गया। ग्रामीणों ने हास्य भाव में यह जरूर बताया कि नकटी का आशय उस महिला से होता है जिसकी नाक कटी होती है या जिसका चरित्र अच्छा नहीं होता है उसे नकटी कहा जाता है। इसलिये जब भी इस गांव का नाम जब भी पूछा या बताया जाता था तो शर्मिन्दी का एहसास होता था। जब सरकार की ओर से हास्यास्पद और विवादित नाम वाले गांवों को बदलने के लिए प्रस्ताव चाहे तब इस गांव का नाम बदलने का प्रस्ताव भेजा गया था।
शासन ने दिया नया नाम
ग्रामीणों की ओर से भेज प्रस्ताव के बाद जिला प्रशासन ने इसे राज्य शासन को भेजा। जहां तमाम विहित प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद इसे गृह मंत्रालय को भेजा गया। जहां से अनापत्ति के बाद राज्य शासन ने नकटी का नाम बदलते हुए नयनपुर कर दिया। अब शासकीय रिकार्डों में इसे नयनपुर नाम से जाना और लिखा जाएगा।
इन दस्तावेजों में बदला नाम
नकटी गांव का नाम परिवर्तन होने से तमाम राजस्व अभिलेखों में गांव के नाम का सुधार तो हो गया, इसके अलावा भारत के महासर्वेक्षक के दस्तावेजों में, सर्वे आफ इंडिया के रिकार्ड में, विशेष क्षेत्र भारत सर्वेक्षण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के रिकार्ड में, डाक विभाग के दस्तावेजों में, रेल मंत्रालय के दस्तावेजों में, शासकीय मुद्रणालयों में, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सहित दर्जन भर अन्य विभागों के दस्तावेजों में इस गांव का नाम बदलकर नयनपुर किया जाएगा।
अब इसी नाम से जाना जाएगा
शासन के आदेश के बाद अब नकटी गांव का नाम बदलकर नयनपुर कर दिया गया है। आगे से यह इसी नाम से जाना जाएगा।
गोविन्द सोनी, एसएलआर