एक्सपर्ट कहते हैं कि बी प्लानिंग और आर्किटेक्चर की परीक्षा 400 अंकों की होगी। आर्किटेक्चर की परीक्षा में शामिल होने के लिए 12वीं में फि जिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ होना जरूरी है। मैथमेटिक्स, एप्टिट्यूड टेस्ट और ड्राइंग टेस्ट लिया जाएगा। इनमें 100 अंकों के लिए 25 प्रश्न, 200 अंकों के लिए 50 प्रश्न और ड्राइंग टेस्ट में 50-50 के दो प्रश्न होंगे। मैथमेटिक्स और एप्टिट्यूड टेस्ट कंप्यूटर बेस्ड होगा। ड्राइंग टेस्ट में छात्र को पेन एंड पेंसिल ले जाने की अनुमति मिलेगी।
कॉमर्स पढ़ रहे छात्रों के लिए बेहतर अवसर बी प्लानिंग की परीक्षा में शामिल होने के लिए 12वीं में सिर्फ मैथ्स जरूरी है। ऐसे में 12वीं में कॉमर्स पढ़ रहे छात्रों के पास बी प्लानिंग करने का अवसर है। कॉमर्स संकाय के ज्यादातर छात्र अपने छठे विषय के रूप में मैथ का चयन करते हैं। बी प्लानिंग के एंट्रेंस एग्जाम में मैथ और एप्टीट्यूड टेस्ट से जुड़े प्रश्न होंगे। इनमें 25-25 मैथमेटिक्स और प्लानिंग टेस्ट के होंगे। यह प्रश्न 100-100 अंकों के होंगे। 200 अंकों के एप्टिट्यूड टेस्ट में 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड होगी।
बी आर्किटेक्चर की पढ़ाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अलावा कई निजी संस्थानों में होती है। पांच साल के इंटीग्रेटेड बैचलर कोर्स के लिए देशभर में 800 से ज्यादा सीटें हैं। इनमें एनआईटी जयपुर, भोपाल, कालीकट, हमीरपुर, पटना, रायपुर और एनआईटी नागपुर शामिल है। वहीं स्टूडेंट स्कूल ऑफ लर्निंग एंड आर्किटेक्चर दिल्ली, विजयवाड़ा और भोपाल में एडमिशन ले सकेंगे। इसके अलावा रांची के बीआइटी में भी आर्किटेक्चर की पढ़ाई होती है।
एनआइटी भोपाल में बी प्लानिंग की पढ़ाई एक्सपर्ट के अनुसार जो स्टूडेंट डिजाइनिंग और क्रिएटिव वर्क में रुचि रखते हैं उन्हें बी प्लानिंग की परीक्षा में शामिल होना चाहिए। जेइइ मेन की परीक्षा में शामिल होकर स्टूडेंट आसानी से एनआईटी संस्थान में शामिल हो सकेंगे। चार साल की पढ़ाई एनआईटी भोपाल में होती है।