scriptPatrika Survey: मैहर विधानसभा की जनता विधायक से खुश, पर सरकार के खिलाफ | Patrika Election Survey in Maihar Satna Madhya Pradesh | Patrika News
सतना

Patrika Survey: मैहर विधानसभा की जनता विधायक से खुश, पर सरकार के खिलाफ

Patrika Survey: मैहर विधानसभा की जनता विधायक से खुश, पर सरकार के खिलाफ

सतनाApr 02, 2018 / 04:15 pm

suresh mishra

Patrika Election Survey in Maihar Satna Madhya Pradesh

Patrika Election Survey in Maihar Satna Madhya Pradesh

सतना। मैहर विधानसभा क्षेत्र के मतदाता विकासशील नेता पर विश्वास करते है। वर्तमान विधायक पहले सपा फिर कांग्रेस और अब उपचुनाव के बाद भाजपा से विधायक है। यहां पर कांग्रेस ने पिछली बार यानी वर्ष 2013 में विजयी झंडा फहराया था। इसके बाद कांग्रेस विधायक ने पार्टी बदलकर भाजपा से चुनाव लड़ा और विजयी भी हुए। मैहर विस के मतदाता काम करने वाले को ज्यादा तबज्जो देते हैं।
मैहर उपचुनाव के पहले प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कई घोषणाएं की थी। लेकिन कुछ घोषणाओं पर अमल हुआ और कई घोषणाएं अभी भी अधूरी है। उपचुनाव के बाद जो भी मैहर क्षेत्र में विकास के कार्य हुए वह विधायक और सीएम शिवराज सिंह चौहान की देन है। पर सरकार के ज्यादातर मंत्री भ्रष्टाचार व अन्य अपराधों के आरोपी है। सरकार शिकंजा नहीं कस पा रही है। इसलिए जनता सरकार के खिलाफ है।
सुख-दुख में शामिल होते है विधायक
पत्रिका ने मतदाताओं से सर्वे कर आगामी चुनाव की संभावनाओं को जानने की कोशिश की। जिसमें यह बात सामने आई कि 70 फीसदी मतदाता मौजूदा विधायक नारायण त्रिपाठी के काम-काज से खुश है। उनका मानना है कि विधायक सुख दु:ख में शामिल होते हैं। इसलिए लोग पुन: विधायक बनाना चाहते है।
सरकार से खुश नहीं जनता
मतदाताओं में सरकार के खिलाफ जमकर असंतोष है। मतदाता मौजूदा सरकार के कामकाज से संतुष्ट नहीं है। अधिकतर मतदाताओं का मानना है कि वर्तमान सरकार उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है। 54 फीसदी मतदाता सरकार को अगले पांच साल पुन: मौका देना चाहता है। जबकि 46 फीसदी लोग कांग्रेस की सरकार बनाना चाहते है।
भाजपा का नहीं सरकार पर नियंत्रण
60 फीसदी मतदाता भाजपा सरकार के कार्यों से संतुष्ठ है। उनका मानना है कि भाजपा सरकार पर कम उम्मीदवार पर अधिक विश्वास करती है। 40 प्रतिशत लोगों ने कहा कि भाजपा का अपनी सरकार पर नियंत्रण नहीं है। इसलिए प्रदेशभर में भ्रष्टाचार है। अधिकारी नेता की सुनता है न नेता अधिकारी की सुनते है। दोनों में सामंजस्य का अभाव है। मतदाताओं का मानना है कि भाजपा सरकार कांग्रेस की सरकार से बेहतर रही है। पुन: सरकार बनाने का मौका देना चाहते हैं।
विपक्ष पूरी तरह कमजोर रहा
42 फीसदी मतदाताओं का मानना है कि कांग्रेस ने जनता के मुद्दों पर संघर्ष नहीं किया। 58 फीसदी मतदाता यह मानते हैं कि कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में कहीं भी नहीं दिखी है। मतदाता बोल रहा है कि भाजपा की सरकार कांग्रेस की सरकार से बेहतर रही है।
तीसरे मोर्चे की जरूरत नहीं
मैहर विस में तीसरे मोर्चे की जरूरत यहां के 80 फीसदी मतदाता महसूस नहीं कर रहे हैं। जबकि 10 फीसदी मतदाता मानते हैं कि तीसरे मोर्चे की जरूरत है। अधिकतर मतदाताओं ने सुधार के लिए गैर राजनैतिक लोगों को आगे आने की बात कही है। लोग मानते हैं कि ऐसा कोई गैर राजनीतिक व्यक्ति नहीं है जिन्हें अगुआई करनी चाहिए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो