बताया जा रहा है कि क्षेत्र में अभी भी दस्यु सरगना गौरी यादव का भय कायम है। वह समय-समय पर अपनी रणनीति को अमली जामा पहनाने में जुटा रहता है। इससे इलाकाई लोगों में भय बना रहता है। पुलिस का कहना है कि क्षेत्रीय नागरिकों के मन से डकैतों का भय निकालने के लिए ही ये कांबिंग की जा रही है, ताकि मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश सीमा में शांति कायम रहे और कोई वारदात न हो।
कांबिंग के दौरान मझगवां, नयागांव (चित्रकूट), धारकुंडी, बरौंधा थाना के थाना प्रभारी और सतना पुलिस लाइन के पुलिस बल के साथ पचासों पुलिसकर्मी लेकर तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे मजदूरों व ठेकेदारों के अंदर सुरक्षा का भाव जगाने व डकैतों में भय पैदा करने का प्रयास किया। इसके तहत जगलों का चप्पा-चप्पा छान मारा।
हथियारबंद पुलिसकर्मियों ने महतैन, नकैला, साड़ा, मलगौसा, रामनगर, खोखला, पडवनिया के जंगलों में भ्रमण कर डकैतों के मूवमेंट वाले इलाकों में सघन सर्चिंग अभियान चलाया। इसके साथ ही गांव के लोगों से मिलकर क्षेत्र के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्रित की।
बता दें कि एमपी व यूपी के सीमावर्ती जंगलों में पुलिस कॉंबिंग पिछले सप्ताह से जारी है। इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह का कहना है कि दस्यु उन्मूलन के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस जंगलों में भ्रमण कर तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे मजदूरों और ठेकेदारों को सुरक्षा प्रदान कर रही है। वैसे यह भी बता दें कि दोनों राज्यों की पुलिस समय – समय पर इस तरह की गश्त करती रहती है।