गौरतलब है कि, पीएम के कार्यक्रम को लेकर जिले के करीब दो दर्जन आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था। पीएम को जिनसे बात करनी थी। उन्हें बीते दो तीन दिनों से रट्टू-तोते की तरह रटाया जा रहा था। पीएम का कार्यक्रम सुबह 10.30 बजे शुरू होना था लेकिन महिला कर्मियों को सुबह से ही एनआईसी रूम में लाकर बैठा दिया गया था। जिन दो महिलाओं को पीएम से बात करना था उनकी सख्त पहरेदारी भी की जा रही थी।
पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जिले में कुपोषण को मिटाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की तारीफ की। उन्होंने कहा, हमने सुना था पन्ना एक रत्न होता है लेकिन आप लोगों के काम ने आज पन्ना को हीरे जवाहरात बना दिया। उन्होंने पोषण स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने के लिए किए जा रहे कामों की भी खुलकर तारीफ की और सभी को उनके सफलतम प्रयासों के लिए बधाई भी दी। उन्होंने कहा, जब बड़े-बड़े लोग कहते है कि डिजिटल लाइट नहीं है। मोबाइल शिक्षा नहीं है। लेकिन डिजिटल इंडिया के माध्यम से ही मोबाइल ने इनका काम आसान कर दिया है।
आशा कार्यकर्ता नीतू दत्ता ने बताया, पीएम से बात करने को लेकर वह अति उत्साहित थी। इसी उत्साह के कारण वे रातभर शो भी नहीं पाईं। नीतू बताती है कि पीएम ने दस्तक अभियान सहित उनके कामकाज के बारे में जाना और समझा। उनके काम की तारीफ भी की। उन्हें अपने काम की तारीफ सुनकर अच्छा लगा। अब वे और सभी बहने अपने-अपने कार्य को अच्छी तरीके के साथ मन लगाकर करेंगे। उन्होंने कहा, हम प्रदेश के सबसे पिछड़े जिले पन्ना से आते हैं। मैने कभी नहीं सोचा कि कभी पीएम से सीधे संवाद हो पाएगा। मैं काफी खुश हूं। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता फूलवती प्रजापति ने बताया, मोबाइल के बारे में जानकारी दी है। इससे काम आसान हो गया है। उन्होंने कहा, पीएम जब बात कर रहे थे तो उन्हें काफी अच्छा लगा। उन्हें तो कभी लगता ही नहीं था कि वे पीएम से सीधे बात कर पाएंगी।