घटना के बाबत एसपी रियाज इकबाल ने बताया कि 18 जून को महिला ने महिला थाना पहुंच कर शिकायती पत्र दिया था कि हिमांशू राज जैसवाल पिता बृजेश जैसवाल (28) निवासी वार्ड नंबर-7 नवलपुर पश्चिमी चंपारण बिहार के द्वारा गलत काम कर उसे ब्लैकमेल कर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की तो पता चला कि आरोपी बीएसएफ सीमा सुरक्षा बल 9वीं बटालियन सीमा नगर नादिया पश्चिम बंगाल में कार्यरत है।
एसपी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई। 28 जून को उपनिरीक्षक विक्रम पाठक थाना प्रभारी धारकुंडी के साथियों की टीम पश्चिम बंगाल तथा बिहार के लिए रवाना की गई। 99वीं बटालियन बीएसएफ कैंप सीमा नगर पश्चिम बंगाल पहुंच कर आरोपी हिमांशु राज जैसवाल के संबंध में जानकारी एकत्र की गई। बटालियन में आरोपी की मौजूदगी का पता लगते ही उपनिरीक्षक विक्रम पाठक ने पुलिस अधीक्षक सतना को अवगत कराया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने सेनानी 99 बटालियन सीमानगर बीएसएफ कैंप सीमा नगर तथा आईजी बीएसएफ कोलकाता से संपर्क किया तथा बटालियन के आरोपी जवान हिमांशु राज जैसवाल को टीम को सुपुर्द करने का आग्रह किया। उसके बाद सेनानी 99 बटालियन ने आरोपी को उप निरीक्षक विक्रम पाठक तथा टीम को सुपुर्द किया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद आरोपी को 3 जुलाई को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में लिया गया। गिरफ्तारी की सूचना सीईओ 99 बटालियन सीमानगर को देकर 4 जुलाई को सीजीएम आनंदिता गांगुली कृष्णनगर पश्चिम बंगाल के कोर्ट में पेश किया गया तथा 5 दिन का ट्रांजिस्ट रिमांड प्राप्त कर सोमवार को आरोपी को सतना लेकर आया गया।
पीड़ित महिला द्वारा थाने में दिए गए आवेदन के अनुसार पीड़िता ने बताया कि आरोपित से उसकी दोस्ती पिछले दो वर्षों से है। पीड़ित ने बताया कि 23 फरवरी को को हिमांशू राज ने उसे फोन पर बताया कि मैं सतना में हूं तथा एक होटल में रुका हुआ हूं। आरोपी के कहने पर पीड़ित होटल में पहुंच गई, जहां पर आरोपी ने उसके साथ गलत कृत्य किया। इसके बाद आरोपी, पीड़ित को मैहर दर्शन के बहाने ले गया और वहां भी एक होटल में गलत काम किया। उस दौरान पीड़िता द्वारा कहा गया कि मैं पुलिस में तुम्हारी रिपोर्ट करूंगी तब वह मुझे मेरी अश्लील फोटो अपने मोबाइल पर दिखायी और बोला कि यदि किसी को बताओगी तो मैं तुम्हारी फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दूंगा। इसके बाद वह बार-बार मुझे मिलने के लिए फोन पर बुलाता था जो मैं मना करती तो वह गाली देकर मुझे व मेरे पति को जान से मारने की धमकी भी देता था।
आरोपी की गिरफ्तारी में इनकी रही भूमिका
आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक अर्चना द्विवेदी, उपनिरीक्षक विक्रम पाठक, उपनिरीक्षक राजश्री रोहित, आरक्षक अजीत मिश्रा, आरक्षक अरविंद सिंह, आरक्षक राहुल सिंह, आरक्षक मुरारी मिश्रा एवं सायबर सील टीम का सराहनीय योगदान रहा।