मधुसूदन को प्याज का जामा लेना था। जब जयवीर को पता चला तो उसने कहा कि वह हिरनिया में रहने वाली अपनी बुआ के घर से जामा दिला देगा। एेसे में 29 जनवरी की शाम दोनों मोटर साइकिल में सवार होकर हिरनिया की ओर चल दिए। तभी रास्ते में जिगनहट नहर के पास गाड़ी रुकवाते ही जयवीर उतरा और उसने बाइक समेत मधुसूदन को धक्का देकर नहर में गिरा दिया। इसके बाद जयवीर ने अपनी बुआ के बेटे सुखेन्द्र यादव और दोस्त प्यारे लाल को बुलाया। इन तीनों ने मिलकर नहर से बाइक निकाली और टमस नदी में ले जाकर फेंक दिया। इसके बाद तीनों फरार हो गए।
यह है मामला
पिछड़ा वर्ग बालक छात्रावास में रहकर बीएससी अंतिम वर्ष की पढ़ाई करने वाले छात्र मधुसूदन यादव पुत्र भोला यादव (22) का शव 30 जनवरी को जिगनहट नहर में मिला था। जहां शव मिला उससे करीब ढाई किमी दूर टमस नदी के पुल के नीचे से बाइक बरामद की गई थी। दोनों के बीच इतनी दूरी कैसे है? यही संदेह पुलिस की जांच आगे बढ़ाता गया। अमदरा थाना क्षेत्र के सेमरा गांव के निवासी मधुसूदन यादव की मौत के मामले में मृतक के परिजन शुरूआती दौर से ही हत्या की आशंका जता रहे थे।