डकैती की साजिश रचते गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों में से एक के खिलाफ एमपी, यूपी के विभिन्न थानों में लूटपाट के डेढ़ दर्जन मामले दर्ज हैं। दो आरोपियों की क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है। दो अन्य शातिर बदमाश जीआरपी को चकमा देकर मौके से फरार हो गए।
लूट का माल भी बरामद गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के बाद जीआरपी के हाथ लूट का माल भी बरामद हुआ है। हालाकि उसका खुलासा नहीं किया गया है। आरोपियों के खिलाफ अपराध क्र. ०११३/१७ आईपीसी धारा ३९९, ४०२ व २५/२७ आम्र्स एक्ट के तहत कार्रवाई कर न्यायालय में पेश किया गया।
आयल डिपो के पास साजिश जीआरपी थाना प्रभारी संतोष तिवारी ने बताया, २८ सितंबर की रात करीब ११.३० बजे मुखबिर से सूचना मिली कि पुराना आयल डिपो के पास खंडहरनुमा जगह पर हथियारों से लैस चार-पांच बदमाश चित्रकूट एक्सप्रेस में डकैती डालने की साजिश रच रहे हैं। तत्काल पुलिस की तीन पार्टियां बनाकर मौके पर भेज बदमाशों की घेराबंदी कराई गई। वहां पांच बदमाश सतना से मझगवां के बीच ट्रेन में डकैती की चर्चा कर रहे थे।
दो भागने में कामयाब जीआरपी को देख बदमाश भागने लगे जिनमें से तीन पकड़े गए। दो भागने में कामयाब रहे। पकड़े गए आरोपियों में अजय सिंह ३० वर्ष पिता स्व.अमर सिंह निवासी इंद्रपुरी कालोनी पन्ना, सोनू सारकेत २१ वर्ष पिता प्यारेलाल साकेत निवासी जनार्दनपुर थाना रामपुर बाघेलान सतना व प्रदीप कुमार द्विवेदी २५ वर्ष पिता विनोद प्रसाद द्विवेदी निवासी रीवा रोड बरैली शहडोल बताए जा रहे हैं। आरोपी अजय सिंह के कब्जे से ३१५ बोर का लोडेड कट्टा व ३ जिंदा कारतूस, आरोपी सोनू साकेत के पास से कटार एवं आरोपी प्रदीप के कब्जे से बका बरामद किया गया है।
दो शातिर बदमाशों ने दिया चकमा
पुराना आयल डिपो के पास जीआरपी की तीन पार्टियों की घेराबंदी के बावजूद दो शातिर बदमाश मौके से फरार होने में कामयाब हो गए। वे अंधेरे का फायदा उठाकर जीआरपी के जवानों को चकमा देते हुए पलक झपकते ही ओझल हो गए, जो अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे। जीआरपी चौकी प्रभारी संतोष तिवारी ने बताया कि सुशील त्रिपाठी उर्फ अनिल त्रिपाठी निवासी माजन थाना सभापुर व राहुल उर्फ भूखां निवासी खुटहा शातिर बदमाश हैं।
पुराना आयल डिपो के पास जीआरपी की तीन पार्टियों की घेराबंदी के बावजूद दो शातिर बदमाश मौके से फरार होने में कामयाब हो गए। वे अंधेरे का फायदा उठाकर जीआरपी के जवानों को चकमा देते हुए पलक झपकते ही ओझल हो गए, जो अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे। जीआरपी चौकी प्रभारी संतोष तिवारी ने बताया कि सुशील त्रिपाठी उर्फ अनिल त्रिपाठी निवासी माजन थाना सभापुर व राहुल उर्फ भूखां निवासी खुटहा शातिर बदमाश हैं।
अन्य वारदातों का हो सकता है खुलासा पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर अनिल व भूखां को पकडऩे दबिश दी जा रही है। इनके पकड़े जाने पर लूटपाट व चोरी की अन्य वारदातों का खुलासा हो सकता है। तीन आरोपियों को पकडऩे वाली टीम में चौकी प्रभारी संतोष तिवारी, एएसआई गोविंद त्रिपाठी, एएसआई प्रदीप सिंह, दयाचंद, मणिप्रसाद मिश्रा, संजीत शर्मा,दीपक द्विवेदी, पवन दीक्षित, रीतेश कुरील, अनुज चतुर्वेदी आदि शामिल रहे।
१७ मामले सिटी कोतवाली के पास
पन्ना निवासी अजय सिंह हिस्ट्रीशीटर बदमाश बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार अजय के खिलाफ मानिकपुर जीआरपी व थाना, जीआरपी सतना, कटनी व अन्य थानों में चोरी व लूटपाट के १७ मामले दर्ज हैं। उक्त आरोपी का सिटी कोतवाली के पास एक झोपड़ीनुमा अड्डा भी बताया जाता है।
इसमें अन्य जिलों से आने वाले बदमाश चोरी व लूटपाट की योजना बनाते थे। सूत्रों के अनुसार अजय की गैंग में एक फूलन नाम की महिला भी शामिल है, जिसे जीआरपी सतना तलाश रही है। उक्त आरोपी अपने पास एक समय पर कई मोबाइल व सिम रखता था। जीआरपी के अनुसार आरोपी को दो दिन की रिमांड पर लेने के बाद लूट का माल बरामद होने की उम्मीद है।
पन्ना निवासी अजय सिंह हिस्ट्रीशीटर बदमाश बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार अजय के खिलाफ मानिकपुर जीआरपी व थाना, जीआरपी सतना, कटनी व अन्य थानों में चोरी व लूटपाट के १७ मामले दर्ज हैं। उक्त आरोपी का सिटी कोतवाली के पास एक झोपड़ीनुमा अड्डा भी बताया जाता है।
इसमें अन्य जिलों से आने वाले बदमाश चोरी व लूटपाट की योजना बनाते थे। सूत्रों के अनुसार अजय की गैंग में एक फूलन नाम की महिला भी शामिल है, जिसे जीआरपी सतना तलाश रही है। उक्त आरोपी अपने पास एक समय पर कई मोबाइल व सिम रखता था। जीआरपी के अनुसार आरोपी को दो दिन की रिमांड पर लेने के बाद लूट का माल बरामद होने की उम्मीद है।
पकड़ा गया गिरोह बहुत खतरनाक है। ट्रेन में कट्टा-कारतूस व धारदार हथियार लेकर डकैती करने का प्लान बनाने वाला गिरोह बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता था। फरार दो बदमाश जल्द पकड़े जाएंगे। एक आरोपी की दो दिन की रिमाण्ड लेकर सघन पूछताछ की जाएगी।
संतोष तिवारी, जीआरपी चौकी प्रभारी
संतोष तिवारी, जीआरपी चौकी प्रभारी