नागौद का आरोपी
कलेक्टर कोर्ट ने सोमवार को आधा दर्जन जिलाबदर प्रकरणों पर विचारण करते हुए आदेश जारी किए। इसमें 6 बदमाशों को जिलाबदर करना एनाउंस कर दिया गया। एक नाम अज्जू खान पिता भैया खान (22) निवासी अस्पताल चौराहा नागौद का भी था। अज्जू खान का नाम सामने आने के बाद चर्चाएं शुरू हो गईं। कारण, विगत 20 जुलाई को नागौद के पटपरनाथ क्षेत्र में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। उसके 16 दिन बाद जिलाबदर का आदेश जारी हुआ।
कलेक्टर कोर्ट ने सोमवार को आधा दर्जन जिलाबदर प्रकरणों पर विचारण करते हुए आदेश जारी किए। इसमें 6 बदमाशों को जिलाबदर करना एनाउंस कर दिया गया। एक नाम अज्जू खान पिता भैया खान (22) निवासी अस्पताल चौराहा नागौद का भी था। अज्जू खान का नाम सामने आने के बाद चर्चाएं शुरू हो गईं। कारण, विगत 20 जुलाई को नागौद के पटपरनाथ क्षेत्र में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। उसके 16 दिन बाद जिलाबदर का आदेश जारी हुआ।
पुलिस की गंभीर लापरवाही
भले ही कलेक्टर के जिलाबदर आदेश के बाद मामला सुर्खियों में आया है, लेकिन इसमें पुलिस ने गंभीर लापरवाही बरती है। क्योंकि, जिलाबदर कार्रवाई के लिए प्रकरण कलेक्टर के समक्ष पुलिस द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। अगर, उसमें कोई अपडेट होता है, तो उसकी सूचना देने की जिम्मेदारी पुलिस की है। मामले में पुलिस ने कलेक्टर के समक्ष जानकारी ही नहीं रखी कि अज्जू खान की हत्या हो चुकी है। अज्जू के वकील ने भी ये जानकारी नहीं दी।
ऐसे हुई थी हत्या
अज्जू की हत्या उसके साथी मकबूल ने ही की थी। मकबूल स्थानीय स्तर पर जुआ खिलवाता था। उससे अज्जू प्रतिदिन 500 रुपए लेता था। इसी लेनदेन को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ। इसके बाद मकबूल बदला लेना चाहता था। 20 जुलाई को पटपरनाथ मंदिर के पीछे अज्जू अन्य साथियों के साथ गांजा पी रहा था। तभी मकबूल पहुंचा। उसने अज्जू से उसका कट्टा देखने के लिए मांगा। बाद में उसकी कट्टे से अज्जू पर फायर कर दिया। अज्जू को घायल हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। वहां उसकी मौत हो गई। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
इनको किया गया जिलाबदर
कलेक्टर ने 6 बदमाशों को जिला बदर किया है। इसमें सिंधी कैंप निवासी अनिल परयानी, नागौद पालिका बाजार निवासी दुर्गा यादव, सिंधी कैंप निवासी भोला साकेत, कबाड़ी टोला निवासी संजीव गुप्ता व मैहर पुरानी बस्ती निवासी वसीम मुसलमान शामिल हैं। इनमें नागौद अस्पताल चौराहा निवासी अज्जू खान शामिल है, जिसको लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
ये बोले कलेक्टर
प्रकरण विचारण के लिए आया था, लेकिन इसमें पुलिस या वकील ने मृत्यु की कोई सूचना नहीं दी। लिहाजा, जिला बदर एनाउंस हो गया है। मंगलवार को खारिज करते हुए संसोधन कर दिया जाएगा।
सतेंद्र सिंह, कलेक्टर, सतना
प्रकरण विचारण के लिए आया था, लेकिन इसमें पुलिस या वकील ने मृत्यु की कोई सूचना नहीं दी। लिहाजा, जिला बदर एनाउंस हो गया है। मंगलवार को खारिज करते हुए संसोधन कर दिया जाएगा।
सतेंद्र सिंह, कलेक्टर, सतना