अभियोजन प्रवक्ता फखरुद्दीन ने बताया कि अभियोक्त्री ने शिकायत दर्ज कराई कि वह २३ सितंबर सुबह 10 बजे मोहल्ले में स्थित अर्जुन चौधरी की किराना दुकान बर्तन धोने वाला मैजिक लेने गई थी। मैजिक नहीं मिला तो वह घर लौट रही थी, तभी पीछे से वीरेंद्र चौधरी आया और हाथ पकड़कर जबरन अर्जुन चौधरी के पीछे वाले कमरे में ले गया। कमरे में उसे तखत पर पटक दिया और दरवाजा बंद कर दिया।
बचाव के लिए चीख-पुकार मचाई तो वीरेंद्र कैंची उठाकर बोला कि हल्ला करोगी तो जान से मार दूंगा। धमकाकर उसने जबरन बलात्कार किया। जब वह रोने चिल्लाने लगी तो उसकी मां उसे खोजते हुए पहुंची। बेटी की आवाज सुनकर मां ने खिड़की से देखा तो वीरेंद्र दरवाजा खोलकर भाग खड़ा हुआ। अभियोक्त्री ने पूरा घटनाक्रम अपने भाई और पिता से बताकर पुलिस थाना कोलगवां में शिकायत दर्ज कराई थी।