एेसे में यहां पर लगी आग की लपटें मंडल कार्यालय तक पहुंच चुकी हैं। बताया जा रहा है कि आरपीएफ को घटना की जांच तेजी से करने के निर्देश दिए गए हैं। एक सैकड़ा बंडल स्वाहा
माल गोदाम जैसे प्रतिबंधित एरिया में बुधवार-गुरुवार की रात करीब 2 बजे लगी आग में माल को पैकिंग करने के काम आने वाले करीब एक सैकड़ा बंडल स्वाहा हो गए थे। हैरान कर देने वाली बात यह है कि रेलवे अभी तक आग से हुए नुकसान का आकलन तक नहीं कर पाया।
मामले की जांच आरपीएफ कर रही गुड्स पैकिंग बंडल के रोल को मालगाड़ी में सामान लोड करने के बाद पैकिंग व सीलिंग के लिए रेलवे में इस्तेमाल किया जाता है। रेलवे के अधिकारी भी मानते हैं कि आग के चलते बहुत नुकसान हुआ जो सही तौर पर जांच के बाद की पता चल पाएगा। मामले की जांच आरपीएफ कर रही है, लेकिन अभी तक आग लगने का कारण अज्ञात है।
कौन आग लगा जाता है इसकी जांच की जा रही है आरपीएफ थाने के बगल में मौजूद माल गोदाम के कई हाल में माल रखे होने के बावजूद खुले रहते हैं। गोदाम के ठीक बगल में स्थित ट्रैक पर कई लोग नहाते-धोते देखे जा सकते हैं, जिन्हें कोई कभी नहीं रोकता। घटना के बाद स्टेशन प्रबंधक एमआर मीणा ने का कहना है कि बार-बार रेलवे स्टेशन में कौन आग लगा जाता है इसकी जांच की जा रही है।
इंजन अलग होने से रेलवे चिंतित
जबलपुर मंडल में मालगाडि़यों के डिब्बों की कपलिंग टूटने व इंजन अलग होने की घटनाओं ने पश्चिम मध्य रेलवे को चिंता में डाल दिया है। बताया जाता है कि डिवीजन के सभी स्टेशनों के अंतर्गत होने वाली उक्त तकनीकी खामियों को टालने के लिए एक-एक मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
कपलिंग टूटने की जानकारी जुटाई गुरुवार को जबलपुर जोन के सेफ्टी इंस्पेक्टर एसके सोनी ने सतना सहित आसपास के स्टेशनों में कपलिंग टूटने की जानकारी जुटाई। स्टेशन प्रबंधक एमआर मीणा ने बताया कि हाल ही में सतना में यात्री गाडि़यों व मालगाडि़यों में कोई बड़ी तकनीकि खामी सामने नहीं आई जिससे सुरक्षा को लेकर खतरा उत्पन्न हुआ हो।