सौभाग्य योजना के तहत हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 11 हजार सर्वे हो चुके हैं। सर्वे की जानकारी सौभाग्य एेप में फीड की जा रही है। सतना सर्किल के ग्रामीण संभाग में सबसे ज्यादा बिजली विहीन घर हैं। मैहर व अमरपाटन में भी यही हाल है। अभी तक के सर्वे के अनुसार जिले में एक भी गांव विद्युत विहीन नहीं है, लेकिन गांव से बाहर, पहाड़ी इलाके में, जंगली इलाके आदि जगहों पर बने घरों में बिजली नहीं है।
जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत अधोसंरचना मजबूत बनाने के लिए 78 करोड़ की दीनदयाल ग्रामीण विद्युत योजना व शहरी क्षेत्र के लिए 43 करोड़ की आईपीडीएस के तहत सब स्टेशन बनाकर लाइन खींची जा रही है। सौभाग्य योजना के 70 करोड़ शामिल होने के बाद जिले में बिजली की योजना करीब दो सौ करोड़ की हो जाएगी। जिले में हर माह औसत पॉवर डिमांड 12 सौ यूनिट है, लेकिन 77 हजार नए कनेक्शन के बाद मांग में और इजाफा होगा।
सौभाग्य योजना के तहत सर्वे कर कनेक्शन देने का काम जारी है। इसका औपचारिक शुभारंम्भ होना बाकी है। विद्युत कंपनी के अधीक्षण अभियंता वीके जैन ने बताया कि जिले में योजना का शुभारंभ 13 जनवरी को सुबह 9.30 बजे सांसद गणेश सिंह द्वारा किया जाएगा। इस मौके पर विधायक शंकरलाल तिवारी, जिपं अध्यक्ष सुधा सिंह, महापौर ममता पाण्डेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
– 408000- जिले के वर्तमान विद्युत उपभोक्ता
– 77 हजार- जिले के इतने घरों में बिजली नहीं
– 70 करोड़- राशि खर्च होगी कनेक्शन की अधोसंरचना में
– 11 हजार- घरों के अभी तक हुआ सर्वे
– 5.5 हजार- कनेक्शन सौभाग्य योजना में दिए गए
– 78 करोड़- से ग्रामीण विद्युत अधोसंरचना खड़ी होगी
– 43 करोड़- शहरी विद्युत अधोसंरचना के लिए
– 1200 लाख यूनिट- हर माह जिले में बिजली की औसत डिमांड