बता दें कि गैवीनाथ मंदिर में सावन मास और हर सोमवार को भारी संख्या में भीड़ उमड़ती है। यहां विंध्य क्षेत्र के सतना, रीवा सहित आसपास के अन्य जिलों के लोग भगवान शिव का अभिषेक करने के लिए पहुंचते है। शिव सरोबर में स्नान के साथ पूजा-अर्चना की शुरुआत होती है। फिर भक्त भोलनाथ के दर्शन के बाद अनुष्ठान आदि करते है। सुबह-शाम मंदिर की आकर्षक साज-सज्जा कर भव्य तरीके से आरती की जाती है। श्रावण मास में कई भक्त मन्नतें पूर्ण होने के बाद सैकड़ों लोग एक साथ भंडारा आदि करते है। ये भंडारा करने की प्रक्रिया वर्षों से चली आ रही है।
श्रावण मास के आखिरी सोमवार पर धर्म नगरी चित्रकूट में मत्यगजेंद्र शिव मंदिर पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। बताया गया कि बारी-बारी से भक्त रामघाट स्थित मंदाकिनी नदी में स्नानकर भगवान मत्यगजेंद्र का जलाभिषेक कर रहे है। हर-हर महादेव के नारों से चित्रकूट का रामघाट गुंजायमान हो रहा है। इसके अलावा जिले के चौमुखनाथ मंदिर, कर्मदेश्वर मंदिर जसो, रामवन के शिव मंदिर, पशुपति नाथ मंदिर, जगतदेव तालाब शिव मंदिर में खास आयोजन हो रहे है।