जिला मौसम कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार, 2003 में सितंबर में सतना में रिकार्ड 789 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। तब 8 से 10 सितंबर के बीच तीन दिन में रिकार्ड 500 मिमी वर्षा होने से जिले में बाढ़ आ गई थी। 15साल बाद सितंबर में मानसून एक बार फिर इतिहास दोहरा रहा है।
बारिश का कोटा पूरा
सितंबर में हो रही झमाझम बारिश से सतना में सालभर की बारिश का कोटा चार माह में पूरा हो गया है। मानसून सीजन में जिले में 989 मिमी औसत बारिश होती है, लेकिन इस साल बारिश का आंकड़ा 1150 मिमी को पार कर गया है। यह सामान्य बारिश से 15 फीसदी अधिक है। इससे पहले 2003 में मानसून सीजन में 1553 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जो अभी भी रिकार्ड है।
कल से निखरेगी राहत की धूप
मौसम विभाग के अनुसार एक अक्टूबर को आसमान से बादल छंटना शुरू हो जाएंगे। इसलिए कल राहत की धूप निकल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार दो अक्टूबर को विंध्य से मानसून विदा हो सकता है। हालांकि वातावरण में नमी अधिक होने के कारण अक्टूबर माह में भी छिटपुट बारिश का दौर जारी रहेगा।
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बारिश पर एक नजर माह हुई वर्षा
जून 67.1 जुलाई 399.1
अगस्त 490.5 सितंबर 207.1
कुल 1163.8