यह बात अलग है कि पुलिस इनके मंसूबों पर पानी फेरने में पीछे नहीं है। फिलहाल तो खबर यह है कि शराब की दुकानों के बंद हो जाने पर कुछ लोग झोले में रखकर शराब बेच रहे हैं। ऐसे लोग शराब दुकान के आसपास घूम रह कर शराबियों का इंतजार करते हैं और फिर उन्हें ऊंचे दाम पर शराब मुहैया कराते हैं।
कारोबार के पीछे कौन शराब के इस कारोबार के पीछे किन लोगों का हाथ है यह जांच का विषय है। सवाल यह हो रहा है कि क्या दुकानों को बंद करने से पहले ठेकेदारों ने ही बड़ी खेप बिक्री के लिए बाहर रखवा ली थी या फिर यह शराब की पैकारी करने वाले लोग हैं, जिन्होंने पहले शराब को स्टाक कर लिया। अब मौके का फायदा उठाकर दोगुने तिगुने दाम पर उसकी बिक्री कर रहे हैं।
फोन पर तय होते दाम जानकार बताते हैं कि लॉकडाउन में शराब दुकानें बंद हैं, लेकिन अवैध कारोबार करने वाले हर गली में सक्रिय हैं। कुछ लोग अपनेे बंधे ग्राहकों को सप्लाई देते हैं।
इसके लिए फोन पर शराब के दाम तय होते हैं और फिर ग्राहक के बताए स्थान पर शराब पहुंचा दी जाती है। चर्चा है कि शराब कारोबारियों से मिलकर अवैध काम करने वाले इस अवैध वयापार को बढ़ावा दे रहे हैं।