पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपी डेम्हा निवासी शिवबहोर साकेत और सिंदुल रावत ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया कि 14 जुलाई को जब महिला भैंस ढूढ़ते हुए सोन नदी के घाट पर अकेले घूम रही थी, तब दोनों आरोपियों ने उसे पकड़ लिया था। सामूहिक बलात्कार के बाद महिला की उसी की साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। आरोपियों ने शव को शाम तक झाडिय़ों में छिपाए रखा फिर शाम को नदी के किनारे रेत पर बिना कपड़ों के ही फेंककर भाग गए थे। महिला का शव 16 जुलाई को क्षतविक्षत हालत में बरामद हुआ था। दोनों पर हत्या, गैंगरेप की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
मोबाइल ने खोला राज
बताया गया है कि महिला 14 जुलाई को भैंस ढूढऩे घर से मोबाइल लेकर निकली थी। सुबह पौने आठ बजे उसकी परिवार के सदस्यों से आखिरी बार बात हुई थी। इसके बाद मोबाइल स्विचऑफ बताने लगा था। दो महीने बाद मृतका का मोबाइल सिंदुल रावत के पास से बरामद हुआ। इससे घटना का राज खुलने पर उसे पकड़ा तो दूसरे सहयोगी शिवबहोर का नाम उगल दिया। उसकी निशानदेही पर ही महिला की जूतियां झाड़ी से बरामद की गई।