बता दें, इंजेक्शन से मासूम का गलने लगा शरीर नाम से अपंजीकृत चिकित्सक गुड्डू उरमलिया की करतूत का पत्रिका में 18 अगस्त को खुलासा किया गया था। गलज इंजेक्शन लगाने से बराखुर्द निवासी साढ़ चार वर्षीय मासूम निशा कुशवाहा सीने के नीचे शरीर में घाव हो गए हैं। जिला अस्पताल शिशु रोग वार्ड में मासूम को दाखिल कराया गया है। चिकित्सकों के मुताबिक मासूम की हालत नाजुक बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल ने मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमएचओ डॉ अशोक कुमार अवधिया को अपंजीकृत चिकित्सक के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सीएमएचओ डॉ अवधिया ने बीएमओ अमदरा को गुड्डू उरमलिया के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
घर पर नहीं मिला अंपजीकृत चिकित्सक-
बीएमओ सहित स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम गुरुवार सुबह अंपजीकृत चिकित्सक गुड्डू उरमलिया के घर पहुंची। परिजनों ने स्वास्थ्य अधिकारियों को बताया कि वह घर पर नहीं है। सुबह-सुबह ही निकल गया हैं। परिजनों ने टीम को मोबाइल नंबर भी देने से इंकार कर दिया। टीम ने ग्रामीणों से पता किया तो सामने आया कि गुड्डू क्लीनिक नहीं चलता है बल्कि घर-घर जाकर मरीजों का इलाज करता है।
दबिश की सूचना फिर कर दी लीक–
जिलेभर में अंपजीकृत चिकित्सक स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदारों के संरक्षण में मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। यह कोई पहली बार नहीं है जब अंपजीकृत चिकित्सक सूचना लीक होने से भाग खड़ा हुआ। इनके तार सीएचसी से लेकर सीएमएचओ दफ्तर तक फैले हुए हैं। शाखा प्रभारी सहित अन्य नहीं