जानकारी के मुताबिक महकम खाड़ी गांव निवासी बाबूलाल बैगा (45) पिता बन्धु बैगा, विमला बैगा (6) पिता भैयालाल बैगा, पार्वती बैगा (12) पिता मनीप्रताप बैगा की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हो गई। जबकि रामकली बैगा (30) पति भैयालाल बैगा, रानी बैगा (3) पिता भैयालाल बैगा गंभीर रूप से झुलस गए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं घायलों को उपचार के लिए बरका स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। जहां डाक्टर नहीं होने के कारण घायलों को सरई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रेफर किया गया। जहां घायलों में मां-बेटी का उपचार चल रहा है।
बताया गया है कि घटना शुक्रवार की दोपहर 12 बजे हुई है। घटना के बाद मौके पर चौकी पुलिस भी पहुंच गई। लेकिन मृतकों का शव करीब छह घंटे तक पड़ा रहा। पोस्टमार्टम नहीं होने का कारण पुलिस ने बताया कि डाक्टर नहीं है। जिससे यह परेशानी सामने आ रही है। ऐसी स्थिति में पुलिस को भी परेशानियां उठानी पड़ती है। स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोष व्याप्त था क्योंकि मृतकों का शव दोपहर से शाम तक रखा रह गया। शव का पोस्टमार्टम नहीं होने के कारण परिजनों का रो-रोकर बूरा हाल हो गया था।
दिल दहलाने वाली इस घटना के बाद समूचे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। यह घटना पूरे गांव के लोगों को झकझोर दिया है। आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत के बाद गांव में मातम का माहौल सा निर्मित हो गया है। बैगा परिवार के तीन लोगों की अकाल मौत हो जाने से पूरा गांव सदमे में है। चर्चाएं हैं कि महुआ के पेड़ के नीचे नहीं बैठते तो जान नहीं जाती। जिस समय आकाशीय बिजली गिरी, उस समय दो मासूम व एक युवक महुआ के पेड़ के नीचे बैठे थे। जिससे तीनों लोगों की मौत हो गई।
बताया गया है कि इस घटना में मां-बेटी गंभीर रूप से झुलस गई हैं। मतलब एक ही परिवार के मां सहित दो बेटियां आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई। जिससे एक बेटी की मौके पर मौत हो गई। वहीं दूसरी बेटी और मां झुलसकर अस्पताल में भर्ती हैं। जहां दोनों मां-बेटी का उपचार चल रहा है। बताया गया है कि तेज चमक-धमक के साथ मौसम में परिवर्तन हुआ। आसमान में काले बादल छाये हुये थे। बारिश नहीं हुई। मगर, आकाशीय बिजली ने तीन बेकसूर लोगों की जिंदगी ले ली।