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सतना

रेत का अवैध परिवहन कर रहे ट्रैक्टर ने मासूम को रौंदा, मौत, उचेहरा के परसमनिया की घटना

भड़के ग्रामीण, ट्रैक्टर छोड़ भागा चालक

सतनाJan 13, 2019 / 01:19 pm

suresh mishra

Tractor killed innocent death in satna

Tractor killed innocent death in satna

सतना। रेत का अवैध परिवहन कर रहे ट्रैक्टर ने शनिवार सुबह एक मासूम को रौंद दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना परसमनिया क्षेत्र की है। इसकी जानकारी लगने पर ग्रामीण भड़क गए, दूसरी ओर ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। ट्रैक्टर पर कोई नंबर नहीं था। मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रैक्टर जब्त करते हुए मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दिया है। लेकिन, इस घटना ने जिले में अवैध खनन व परिवहन के खिलाफ हो रही कार्रवाई की पोल खोलकर रख दी। विगत 2 जनवरी से चल रहा विशेष पखवाड़ा बेमानी साबित हो रहा है। पांच विभागों के अधिकारियों की कार्रवाई के बाद अवैध खनन व परिवहन पर लगाम नहीं लग सकी है।
शनिवार को भी आलमपुर क्षेत्र के एक नाले से चोरी छिपे रेत निकाल कर ट्रैक्टर से परिवहन किया जा रहा था। रेत के अवैध खनन और परिवहन में शामिल माल्हन गांव निवासी लाल सिंह अपने बिना नंबर के ट्रैक्टर से अवैध रेत ढुलवा रहा था। जब यह ट्रैक्टर-ट्रॉली सुबह 9.30 बजे लगभग तेज गति से परसमनिया गांव पहुंची तो यहां खेल रहे पांच साल के मासूम बालक विराट यादव पिता शारदा प्रसाद को अपने चपेट में ले लिया। इसमें दब कर बालक की मौत हो गई। एक चौंकाने वाला खुलासा यह भी हुआ है कि रेत को धान के पैरा में छिपाकर ले जाया जा रहा था।
लापरवाह जिम्मेदार
जिस क्षेत्र से ट्रैक्टर चालक रेत का अवैध खनन व परिवहन करते हुए गुजर रहा था। उस क्षेत्र में पुलिस व वन विभाग की चौकी पड़ती है। खनिज विभाग के अधिकारी, पटवारी, आरआई सहित एसडीएम जैसे आला अधिकारी निरीक्षण करते रहते हैं। क्षेत्र में अवैध खनन की शिकायत भी है। दो दिन पहले ही परसमनिया क्षेत्र में टास्क टीम ने दबिश दी थी। उसके बाद भी ऐसा मामला सामने आ गया। जो पूरे तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। आखिर पखवाड़े के तहत अधिकारी खानापूर्ति करने में क्यों लगे हुए हैं? इस मामले में अभी तक पुलिस ने खनिज विभाग को सूचना देते हुए अवैध खनन-परिवहन का प्रकरण नहीं बनवाया है। केवल हादसा दिखाते हुए औपचारिकता पूरी कर दी गई है।
रेत चोरी के तरीके का खुलासा
बताया गया कि घटना के तुरंत बाद यहां मौजूद ग्रामीणों को लगा कि यह ट्रैक्टर धान का पैरा लेकर कहीं जा रहा है। जब लोगों ने इसे गौर से देखा तो पाया कि ट्रॉली तो काफी वजनी है जबकि पैरा का वजन इतना तो नहीं होगा। लिहाजा पैरा हटाया तो अंदर रेत निकली। यह भी खुलासा हुआ कि धान के पैरा में छिपाकर रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है। साथ ही पुलिस, वन और खनिज अमले की गंभीरता भी सामने आ गई है कि यहां खनिज के अवैध परिवहन पर रोक नहीं लग पा रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश
घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश की स्थिति देखी गई। उनका कहना था कि परसमनिया में रेत, पटिया पत्थर का व्यापक पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है। पुलिस और वन अमले की मिलीभगत से हो रहे इस अवैध कारोबार के चलते लोग अपने वाहन अंधाधुंध तरीके चलाते हैं। यही वजह है कि यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं।
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