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सतना

बेरोजगारी के संकट से जूझ रहा मप्र, ओबीसी की स्थिति चिंताजनक

युवाओं को सरकारी नौकरी व 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण के दावों की भी खुल रही पोल

सतनाJan 15, 2022 / 03:50 am

Sonelal kushwaha

research entrance test

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सतना. सरकारी नौकरियों में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण का देनेे का दावा तो खूब किया जा रहा है, लेकिन हकीकत बिल्कुल अलग है। प्रदेश सरकार अधिकृत पोर्टल में दर्ज आंकड़े चौंकाने वाली स्थिति बयां करते हैं। इन आंकड़ों को सही मानें तो प्रदेश में इस समय (जनवरी 2021 की स्थिति में) 10 लाख 97 हजार 410 बेरोजगार युवा सरकारी नौकरी के लिए रात दिन एक किए हुए हैं। इनमें सर्वाधिक संख्या (4 लाख 43 हजार 527) ओबीसी वर्ग के युवाओं की है। अन्य वर्गों की स्थित भी ठीक नहीं है। सामान्य वर्ग के 278473, अनुसूचित जाति के 204576 और अनुसूचित जनजाति के 170834 बेरोजार युवा एमपी रोजगार पोर्टल पर पंजीकृत हैं। बेरोजगार युवाओं में 68.42 फीसदी पुरुष व 30.91 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। सतना की स्थिति देखें तो 36280 में 16223 बेरोजगार सामान्य वर्ग के हैं। ओबीसी की संख्या 12497, एससी 6068 और एसटी के 1492 पंजीयन हैं।
12 जनवरी को युवा दिवस पर प्रदेश सरकार ने रोजगार मेला के नाम पर मेगा इवेंट किया। प्रचार-प्रसार भी खूब हुआ, लेकिन बेरोजगारी कम नहीं हुई। स्थिति यह रही कि प्रदेशभर में जितनी कंपनियों द्वारा खाली पद बताए गए, उससे ढाई गुना बेरोजगार सिर्फ सतना जिले में सामने आ गए। एमपी रोजगार का पोर्टल देखें तो प्रदेशभर में 15537 रिक्तियां हैं। इसके विपरीत 36280 पंजीयन सतना में हैं। इस प्रकार हर सीट पर ढाई बेरोजगारों का दावा है। पोर्टल की मानें तो पूरे प्रदेश में बेरोजगार युवकों को रोजगार उपलब्ध कराने वाले निवेशकों की संख्या करीब 16144 है। आवेदक 3053608 हंै। वहीं कंपनियों में खाली जगह 15537 है।

प्रदेश में भयावह स्थिति एक सीट पर 196 आवेदक
बेरोजगारी की प्रदेशभर में स्थिति भयावह है। यहां एक नौकरी पर 196 बरोजगारों का दावा है। दरअसल, पोर्टल पर प्रदेशभर में आवेदकों की संख्या 3053608 बताई गई है। वहीं कंपनियों में 15537 लोगों के लिए जगह है। इस मान से देखें तो हर सीट पर करीब 196 आवेदक हैं। ऐसे में सरकार को सभी आवेदकों को रोजगार उपलब्ध कराना टेंढ़ी खीर है।

बेरोजगारों में पीएचडी होल्डर भी
बेरोजगारी इस कदर हावी है कि 10वीं-12वीं छोडि़ए पीएचडी होल्डर भी नौकरी के लिए कतार में हैं। सतना जिले में छह पंजीयन पीएचडी होल्डर के हैं। गेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन के आवेदकों की संख्या भी कम नहीं हैं।

मेले रीवा में, नौकरी छिदवाड़ा में
सरकार द्वारा प्रदेशभर में अब तक 1081 रोजगार मेले लगाए जा चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा रीवा में 56 मेले लग चुके हैं। वहीं भोपाल में 53 और ग्वालियर में 50 मेले लगाए जा चुके हैं। सतना में 25 और छिदवाड़ा में 10 मेले लग चुके हैं। इसके विपरीत रीवा में महज 773 लोगों को रोजगार मिला। प्रदेश में सबसे ज्यादा 1072 लोगों को छिदवाड़ा में नौकरी मिली है। सतना में 340 लोगों को मेले में रोजगार मिला है।

रीवा संभाग में पंजीयन
रीवा 44170
सतना 36280
सीधी 14871
सिंगरौली 11582
पन्ना 13552
(नोट: आंकड़े एमपी रोजगार पोर्टल से, 2021 की स्थिति में)

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