– सर्विस टैक्स और एक्साइज में बढ़ोतरी की वजह से चीजों के दाम बढ़ेंगे। इससे घर के बजट पर असर पड़ेगा। इसके अलावा प्रॉपर्टी बेचने पर टीडीएस लगेगा। गरीबों का कोई फायदा नहीं है। बाजार में आटा 24 रुपए किलो खरीदना पड़ रहा है। घरेलू वस्तुओं के दाम में छूट नहीं दी गई है।
– जूते, फर्नीचर, ऑटो पाट्र्स, फुटवेयर और उसके उत्पाद, ऑटो और ऑटो पाट्र्स, घरेलू उपकरण, विदेशी फर्नीचर, मोबाइल फोन स्टेशनरी, पंखे महंगे होंगे।
– हर जिले में एक्सपोर्ट हब बनाने के लिए योजना बनाई गई है। निर्विक योजना के तहत लोगों को लोन दिया जाएगा। इससे लाभ होगा
– तेजस जैसी ट्रेनों से टूरिस्ट जगहों को जोड़ा जाएगा। ऐसी ट्रेनों का लाभ जिले को मिलता है तो आम लोगों को फायदा होगा।
– बेटी बचाओ एवं बेटी पढ़ाओ में बजट से महिला सुरक्षा बढ़ेगी। विश्व विद्यालय में लड़कों की अपेक्षा लड़कियों का प्रवेश अधिक है।
बजट के बाद सरकार के सामने महंगाई एवं बेरोजगारी को रोकना सबसे बड़ी चुनौती होगी। बजट में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना है। किसानों की उपज की सुरक्षा और कृषि क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराना चुनौती होगी। दुग्ध उत्पादन, मांस मछली के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए अधोसंरचानाएं तैयार करना सरकार के लिए चुनौती है।
आयकर छूट सीमा को बढ़ा दिए जाने से पुरुषों को दो हजार रुपए और महिलाओं को एक हजार रुपए की बचत होगी। ज्यादा वेतन पाने वाले लोगों को टैक्स बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा होगा। टैक्स स्लैब की सीमा में बीस हजार रुपए तक टैक्स में बचत होगी।
रोजगार मिल नहीं रहा, व्यापार धंधा चौपाट हो रहे हैं। जूता-चप्पल से लेकर फर्नीचर, मोबाइल सब महंगा हो गया। महंगाई फिर कमर तोडऩे वाली है।
प्रतिमा गोयल
सरला गोयल पहले नोटबंदी फिर जीएसटी से छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। पूरा देश मंदी के दौर से गुजर रहा है। सरकार से बड़ी राहत की उम्मीद थी पर मिलनी दिखाई नहीं दे रही।
आशीष गोयल
हनुमान गोयल