मुख्यमंत्री ने इसके बाद भगवान गजानन के दरबार में हाजिरी लगाई। सीएम ने आधे घंटे तक मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की और मनौतियां मांगी। पूजा के बाद मुख्यमंत्री मंदिर से बाहर आई और कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुई। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा च़ुनाव के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद मुख्यमंत्री करीब पौने एक बजे सतलोक गेट से जिप्सी से वापस हैलिपेड के लिए रवाना हो गई। इस दौरान सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया, संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल, गंगापुर सिटी विधायक मानसिंह गुर्जर, पूर्व प्रधान आशा मीणा, नगर विकास न्यास अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश जैन, महामंत्री अरविंद गौतम, अशोक बैण्डवाल, मनोज बैरवा, धारासिंह बैरवा आदि मौजूद थे।
सीएम दौरे के दौरान गणेश मंदिर के एक पुजारी को बिच्छू को दंश मार दिया। इसके बाद पुजारी को पालकी से दुर्ग से नीचे ले जाया गया और एंबुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुजारी अब खतरे से बाहर है।
सीएम के मंदिर में पूजा करने के दौरान किसी भी दर्शानार्थी को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। ऐसे में दर्शनार्थियों को करीब एक घंटे तक मंदिर के बाहर ही कतार में इंजतार करना पड़ा। हालांकि करीब एक घंटे बाद दर्शनार्थियों के विरोध करने पर श्रद्धालुओं को भी अन्य गेट से मंदिर में प्रवेश दिया गया।
सीएम के रणथम्भौर दौरे के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं में टिकट मांगने की होड़ भी नजर आई। भरतपुर तक से कार्यकर्ता सीएम से मिलने से सवाईमाधोपुर पहुंचे। वहीं कार्यकर्ताओं से रूबरू होते समय कई कार्यकर्ताओं ने टिकट की मांग भी की।