मृतक के साथ उसका मामा का लड़का वगताराम रहता है जो कि रविवार रात अपने किसी मित्र के यहां गया था। इस दौरान बनाराम घर में अके ला ही था। सुबह जब बगता राम वापस आया तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था तथा पंखे की आवाज आ रही थी।
काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद भी उसने नहीं खोला तो खिड़की से झांका तो अंदर बनाराम लटक रहा था। इसके बाद पुलिस को सूचित किया। सदर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया।
जेब में मिला सुसाइड नोट मृतक की जेब में सुसाइड नोट मिला जिसमें लिखा था कि सरकार किसी के ऊपर झूठा आरोप ना लगाएं। मैने जो भी काम किया है वह अपनी मर्जी से ही किया।
इसमें किसी का दोष नहीं हैं। मैं तो जीवन छोड़ चलूंगा पीछे किसी प्रकार का किसी को दु:ख ना हो। इसलिए यह पत्र मैंने लिखा है। लोग मर जाते हैं गलती से पर ऐसे पीछे रूला देते हैं यह काम मैंने नहीं किया।
पोस्टमार्टम करवा कर शव सौंपा पुलिस में मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा परिजन को सौंप दिया। इस संबंध में मर्ग दर्ज किया है। इस दौरान पुलिस ने परिवारजनों व उसके साथी से पूछताछ कि तो उन्होंने बताया कि उसका किसी के साथ कोई झगड़ा नहीं था।
प्रथम वर्ष का था छात्र मृतक बनाराम विद्यार्थी महाविद्यालय में प्रथम वर्ष का छात्र था। उसने फंदा लगाने से पूर्व मुंह पर रुमाल बांध दिया।