पत्रिका में प्रकाशित की गईं खबरों में उल्लेख किया है कि अब्दुल रहमान बनाम सरकार प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि डूब क्षेत्र, प्रभाव क्षेत्र, कैचमेंट और ओवरफ्लो का स्वरूप किसी भी कीमत पर बदला नहीं जा सकता है, लेकिन यहां प्रशासन की अनदेखी के चलते यह सरेआम हो रहा है। खास बात यह है कि इसके लिए जिम्मेदार प्रशासन और नगरपरिषद भी अतिक्रमण की बात तो स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन इसे हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। इसी का नतीजा है कि शहर हल्की सी बारिश में ही पानी-पानी हो रहा है।
इसलिए बिगड़े हालात
नाजिम तालाब के किनारे डूब क्षेत्र में अवैध रूप से अतिक्रमण होने के कारण शहर में पानी भरने की समस्या ने जन्म लिया है। डूब और बहाव क्षेत्र में कुछ लोगों ने जमीन को समतल करने का काम किया है। ऐसे में पानी का स्वाभाविक बहाव रुक गया है। पानी अपने रास्ते से नहीं जाकर नाजिम तालाब में ठहर गया है। यदि बारिश का आलम यही रहा तो यह पानी शहर की ओर बढ़ेगा। ऐसे में यहां हालात और बिगड़ेंगे।
इस मामले में अतिरिक्त जिला कलक्टर राजनारायण शर्मा का कहना है कि शहर में पानी भरने की नौबत क्यों आई? इसके लिए नगरपरिषद और संंबंधित राजस्व विभाग से सर्वे कर मौका रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।