अफसर बनने उमड़े परीक्षार्थी, सुरक्षा के रहे कड़े बंदोबस्त
अफसर बनने उमड़े परीक्षार्थी, सुरक्षा के रहे कड़े बंदोबस्त
सवाईमाधोपुर. बजरिया राजकीय बाउमावि मानटाउन परीक्षा केन्द्रोंं पर कतार में खड़े परीक्षार्थी।
सवाईमाधोपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी(आरएएस) परीक्षा बुधवार को कड़े बंदोबस्त के बीच हुई। आरपीएससी की यह परीक्षा सवाई माधोपुर के 30 एवं गंगापुर के 11 परीक्षा केन्द्रों पर शांतिपूर्वक हुई। इसके लिए जिले में 12 हजार 821 परीक्षार्थी पंजीकृत है। इनमें से परीक्षा में कुल 6 हजार 302 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 6 हजार 519 परीक्षार्थी अनपुस्थित रहे। परीक्षा के दौरान नकल रोकथाम को लेकर प्रशासन की ओर से तमाम प्रयास किए गए।
कड़ी जांच के बाद मिला प्रवेश
प्रवेश केन्द्रों पर अभ्यर्थियों की कड़ी जांच के बाद प्रवेश दिया गया। परीक्षा केन्द्रों पर एक-एक अभ्यर्थी को पुलिस जांच के बाद प्रवेश दिया गया। यहां कई अभ्यर्थियों ने पूरी बाजू का शर्ट होने के कारण बनियान में परीक्षा दी। महिला अभ्यर्थियों के हाथ में पहनी चूड़ी भी उतरवा दी। पुलिस ने सुरक्षा को मद््देनजर रखते हुए जूते व शर्ट भी उतरवा दिए।
परीक्षार्थियों के कपड़े-चप्पल व बैग का लगा ढेर
परीक्षा के दौरान केन्द्रों के बाहर जांच के दौरान परीक्षार्थियों की पूरी बांह की शर्ट व टी-शर्ट तथा महिला परीक्षार्थी की ज्वैलरी, कंगन सहित ज्वैलरी उतरवाए। वहीं चूड़ी, बाली, गले से चेन को भी उतरवाया। इसके अलावा जूते-चप्पलों को भी केन्द्रों के बाहर ही खुलवाया। कई परीक्षार्थी अपने साथ लाए बैग को चाय की थडिय़ों व दुकानों पर रखवाया। परीक्षा समाप्ति के बाद अपने सामान को लेकर रवाना हुए। ऐसे में दुकानों पर परीक्षार्थियों के बैग के ढेर लगे रहे।
एक घंटे पहले केन्द्रों पर पहुंचे परीक्षार्थी
परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यार्थियों ने निर्धारित समय से एक घंटे पहले ही परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचना शुरू कर दिया। कड़ी सुरक्षा व प्रवेश पत्रों की जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को अंदर प्रवेश दिया। केन्द्रों के बाहर व अंदर भी सुरक्षा के माकूल बंदोबस्त रहे।
मेटल डिटेक्टर से हुई जांच
परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यार्थियों की जांच मेटल डिटेक्टर से की गई। परीक्षा ेकेन्द्रों के मुख्यद्वार पर हर अभ्यर्थी का एडमिट कार्ड चैक किया। वहीं जो अभ्यर्थी अन्य सामान लेकर आए थे, उन्हें अपना सामान परीक्षा केन्द्रों के बाहर छोडऩा पड़ा।