scriptकचरा निस्तारण में फिसड्डी फर्म, नहीं हो रही कार्रवाई ,नियोजित फर्म ने कोटा और बूंदी में लिया सफाई का ठेका,कचरा निस्तारण के नहीं उचित प्रबंध | Failure in garbage disposal, not taking action, contracted cleaning | Patrika News
सवाई माधोपुर

कचरा निस्तारण में फिसड्डी फर्म, नहीं हो रही कार्रवाई ,नियोजित फर्म ने कोटा और बूंदी में लिया सफाई का ठेका,कचरा निस्तारण के नहीं उचित प्रबंध

कचरा निस्तारण में फिसड्डी फर्म, नहीं हो रही कार्रवाई ,नियोजित फर्म ने कोटा और बूंदी में लिया सफाई का ठेका,कचरा निस्तारण के नहीं उचित प्रबंध

सवाई माधोपुरApr 16, 2018 / 02:22 pm

अस्पताल में एक कक्ष में रखा बायोमेडिकल अस्पताल में एक कक्ष में रखा बायोमेडिकल

सवाईमाधोपुर जिला अस्पताल में एक कक्ष में रखा बायोमेडिकल

सवाईमाधोपुर. लाखों रुपए का बजट खर्च करने के बाद भी जिला अस्पताल में कचरा निस्तारण करने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। अस्पताल में कचरा निस्तारण के उचित प्रबंध नहीं हैं। इससे कई दिनों तक अस्पताल परिसर में बायोवेस्ट सड़ता रहता है। वार्ड में भर्ती रोगी दुर्गंध से परेशान रहते हैं। वहीं संक्रमण का खतरा बना रहता है। इधर, कचरा निस्तारण के लिए अनुबंधित कंपनी तय शर्तों के अनुसार सेवाएं नहीं दे पा रही है। वहीं कंपनी प्रबंधन दूसरे जिलों में अस्पतालों में सफाई का ठेका ले रहा है। जिला अस्पताल में बायोवेस्ट डिस्पोजल का जिम्मा हॉजबिन इंसीलेटर संस्था को दे रखा है, लेकिन संस्था द्वारा समय पर बायोवेस्ट का डिस्पोजल नहीं हो रहा है। समय पर बायोवेस्ट नहीं उठने से वेस्ट सड़ाध मारता रहता है। इससे स्थिति बद से बदतर हो गई है।

कोटा और बूूंदी का लिया जिम्मा
बायोवेस्ट के निस्तारण को लेकर पैदा हुआ संकट को देखते हुए स्थानीय निकाय विभाग ने सवाईमाधोपुर में बायोवेस्ट डिस्पोजल का काम कर रही संस्था हॉजबिन इंसीलेटर को कोटा और बूंदी के अस्पतालों से बायोवेस्ट एकत्र कर उसके निस्तारण की जिम्मेदारी सौंप बायावेस्ट कलेक्शन के लिए अधीकृत कर दिया है।

दो स्तर पर उठता है कचरा
चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि जिला अस्पताल में दो स्तर पर कचरे का निस्तारण किया जाता है। इसमें बायोमेडिकल वेस्ट को संबंधित फर्म को 48 घंटे में उठाना होता है। लेकिन फर्म द्वारा समय पर बायोमेडिकल वेस्ट नहीं उठाया जाता है। संबंधित फर्म के पास जिले की अन्य सीएचसी व पीएचसी के कचरे का निस्तारण की जिम्मेदारी है। ऐसे में संबंधित वाहन में कचरा होने से वह जिला अस्पताल से आधे बायोमेडिकल वेस्ट को ही ले जाते हैं। शेष वेस्ट रहने से कमरे में सड़ता रहता है। संबंधित संस्था को 300 बेड के अस्पताल में 3 रुपए प्रति बेड के हिसाब से कचरा उठाने का ठेका दे रखा है। वहीं दूसरी ओर डोमेस्टिक वेस्ट को नगर परिषद द्वारा उठाया जाता है। इसके लिए कचरा उठाने के लिए नियमित वाहन नहीं आता है। इस संबंध में क ई बार जिला कलक्टर को शिकायत भी की, लेकिन व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ।

अस्पताल परिसर में जलाते हैं कचरा
समय पर कचरे का निस्तारण नहीं होने पर कर्मचारियों द्वारा अस्पताल परिसर में मोर्चरी के समीप खड्डा खोदकर बायोवेस्ट को जलाया जाता है। इससे धुआं वार्ड में घुसता है।

जगह-जगह रहते हैं गंदगी के ढेर
अस्पताल परिसर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। जिस कमरे में बायोवेस्ट को एकत्र किया जाता है। समय पर वाहन नहीं आने से वह बायोवेस्ट से भर जाता है। ऐसे में सफाई कर्मचारी बायोवेस्ट को अलग-अलग पॉलिथीन में भरकर शौचालयों में रख देते है। इससे बायोवेस्ट सड़ता रहता है। ऐसे में वार्डों तक दुर्गंध आती है।
अलवर की फर्म को बायोवेस्ट का निस्तारण करने का ठेका दे रखा है। संबंधित फर्म द्वारा 48 घंटे में कचरे का निस्तारण करना होता है। संबंधित संस्था ने कोटा और बूंदी जिले में भी ठेका लिया है। उसके लिए वह वहां अलग व्यवस्था करेगा। यहां का कार्य प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।
डॉ. उमेश शर्मा, पीएमओ जिला अस्पताल सवाईमाधोपुर।

संबंधित फर्म द्वारा समय पर कचरे का निस्तारण नहीं किया जाता है। वाहन में जगह नहीं होने पर वह बॉयोवेस्ट को छोड़ जाते है। इसके अलावा नगर परिषद की गाड़ी समय पर कचरा उठाने नहीं आती है। इस संबंध में जिला कलक्टर से शिकायत भी की, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
डॉ. एसएन अग्रवाल, डिप्टी कंट्रोलर, जिला अस्पताल सवाईमाधोपुर।

Hindi News/ Sawai Madhopur / कचरा निस्तारण में फिसड्डी फर्म, नहीं हो रही कार्रवाई ,नियोजित फर्म ने कोटा और बूंदी में लिया सफाई का ठेका,कचरा निस्तारण के नहीं उचित प्रबंध

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो