वहीं लवकुश के घायल पिता विजेन्द्र सिंह (45) को ग्रामीण निजी गाडी से लेकर गंगापुरसिटी के लिए रवाना हुए, लेकिन उसने भी रास्ते में दम तोड़ दिया। ग्रामीणों को जैसे ही पुत्र-पिता की मौत की सूचना लगी तो उन्होंने अस्पताल के गेट पर ताला जड़ दिया और हंगामा करने लगे। सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार लोकेन्द्र मीना व थाना प्रभारी विजेन्द्र सिंह पुलिस जाप्ते के साथ अस्पताल पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन परिजन चिकित्सक को निलम्बित करने की मांग पर अड़े रहे।
उदेई मोड थाना प्रभरी योगेन्द्र शर्मा, पिलोदा थाना प्रभारी विनोदकुमार मीना, कार्यवाहक उपखंड अधिकारी सुनीता यादव व पुलिस उपाधीक्षक प्रतापमल केडिया भी अस्पताल पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की। इस दौरान सुबह 7 बजे से 10 बजे तक तीन घंटे तक अस्पताल पर ताला लगा रहा। इससे रोगियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। बाद में पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।