ग्रामीणों की सूचना पर सिविल डिफेंस फोर्स (एसडीआरएफ) के जवान व खण्डार थाना पुलिस उपनिरीक्षक सुरेश चंद एवं बहरावण्डा खुर्द पुलिस चौकी प्रभारी राजबब्बर सिंह मय जाब्ते के घटनास्थल झरेल के बालाजी पर पहुंचे। वहीं युवक के शव की तलाश शुरू की गई।
चंबल नदी के किनारे तीर में भैंस चरा रहे चरवाहों को चार युवक चंबल में बहने की सूचना पर सेंवती एवं धर्मपुरी गांव के सात चरवाहों ने तीन डूब रहे युवकों की जान बचाई। चरवाहों में रघुवीर, भरत, श्योनाथ गुर्जर, प्रेमशंकर, मनोहर, रामलखन व छोटू ने अपनी जान हथेली पर रखकर डूबते युवकों की मदद की।
चंबल नदी हादसे में चार युवक बह जाने के बाद भी झरेल के बालाजी पुलिया पर दर्जनों लोग नदी में नहाते रहे। कई युवक सेल्फी लेते नजर आए। इस दौरान पुलिस के अधिकारी भी चंबल नदी पर ही मौजूद थे। लेकिन उन्होंने पुलिया पर नहा रहे लोगों को टोकना की जहमत नहीं की.
कोरोना संक्रमण के चलते जिला कलक्टर के आदेशानुसार पिकनिक स्थलों पर आवाजाही पर पाबंदी है। इसके बावजूद रविवार को पिकनिक मनाने आए युवकों के साथ हुए हादसे ने प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी।
झरेल के बालाजी पुलिया से चार युवक चंबल नदी में बहने की सूचना मिली थी। मय जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे। तीन युवकों को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाल लिया और एक युवक की देर शाम तलाश जारी रही लेकिन शव नहीं मिल पाया।
राजबब्बर सिंह, पुलिस चौकी प्रभारी, बहरावण्डा खुर्द