मरीजों से लिया फीडबैक
जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण के दौरान कलक्टर ने मरीजों से फीडबैक लिया। उन्होंने मरीजों को दी जाने वाली नि:शुल्क दवाइयों की स्थिति भी नि:शुल्क दवा वितरण काउंटर पर जाकर ली। इस दौरान पीएमओ को दवाइयों की उपलब्धता की सूची आवश्यक रूप से चस्पा करने तथा चिकित्सकों की टेबल पर होने के निर्देश भी दिए। कलक्टर ने मरीजों से चिकित्सकों की ओर से जांच किए जाने, दवाइयां मिलने तथा अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली।
सफाई पर दिया जोर
जिला कलेक्टर ने सामान्य चिकित्सालय की सफाई व्यवस्था दुरस्त नहीं होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कुर्सियों के टूटे होने, गंदगी होने तथा जगह-जगह पान की पीक लगे होने को गंभीरता से लिया तथा पीएमओ को व्यवस्थाएं एवं सफाई व्यवस्था दुरस्त करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सामान्य चिकित्सालय परिसर में धुम्रपान करने वालों के खिलाफ चालान काटे जाने के नियम का कठोरता से पालन करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान आपात कालीन सेवा एवं चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित हो, मरीजों को अस्पताल का पूरा लाभ मिले, इसके लिए विशेष करने पर जोर दिया।दवा वितरण केन्द्र का किया निरीक्षण
कलक्टर ने नि:शुल्क दवा वितरण केन्द्र का निरीक्षण भी किया। यहां कार्यरत कार्मिक के परिचय पत्र नहीं लगाए होने पर उन्होंने सभी कार्मिकों के परिचय पत्र होने, चिकित्सकों की ओर से एप्रिन लगाकर रहने के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने दवा वितरण केन्द्र के कार्मिक से दवाइयां के बारे में जानकारी ली।
अधिशासी अभियंता एवं ठेकेदार को नोटिस
देने के निर्देश
कलक्टर ने सामान्य चिकित्सालय के ईएनटी वार्ड का निरीक्षण किया। यहां वार्ड के पास छत पर गंदगी का ढेर लगा होने, पानी की टंकी एवं नल से पानी टपकने, शौचालय में गंदगी एवं पान-पीक लगी होने पर कलक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने एनआरएचएम के अधिशासी अभियंता, कार्य के ठेकेदार, वार्ड ब्वाय अजय को नोटिस देने एवं गुणवत्ता में सुधार करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलक्टर को कई वार्ड में चिकित्सक एवं कार्मिक अवकाश पर मिले। इस पर नाराजगी जताते हुए पीएमओ एवं डिप्टी कंट्रोलर को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए।