अवैध बजरी खनन व परिवहन पर न्यायालय की रोक है। सरकारी तंत्र के आला अधिकारी न्यायालय की पालना में अवैध बजरी खनन व परिवहन पर पूर्ण पाबंदी के दावे कर रहे है, लेकिन मलारना डूंगर थाना क्षेत्र में पुलिस, परिवहन व खनिज विभाग की चुप्पी से मौत के साधन बने अवैध बजरी से भरे वाहन सड़कों पर सरपट दौड़ रहे हैं। यह बात अलग है जब भी कोई हादसा होता है। पुलिस प्रशासन संयुक्त कार्रवाई के नाम पर एक दो खाली वाहनों पर कार्रवाई कर इतिश्री कर देते हैं, जबकि अवैध बजरी से भरे वाहन रात दिन सरपट दौड़ते रहते हैं।
बजरी के अवैध स्टॉक को किया सीज
खिरनी. कस्बे के निकट ग्राम पंचायत जोलन्दा के महेश्वरा गांव में बजरी के अवैध खनन व निर्गमन पर तहसीलदार धनराज मीणा के निर्देशानुसार संयुक्त कार्रवाई की गई। इसमें महेश्वरा गांव की पुलिया के पास खातेदारी भूमि में बजरी के अवैध स्टॉक को सीज किया गया। खनिज विभाग से आए फॉरमैन भूपेंद्र सैनी व हरिराम प्रजापत ने बताया कि खातेदारी भूमि में चल रहे अवैध स्टॉक को जप्त कर इसमें करीब 7 सौ टन बजरी सीज की गई है। पटवारी मुनि मीणा ने बताया कि महेशरा निवासी श्रीराम पुत्र चंद्रा प्रजापति खसरा नंबर 420 इसके अलावा मिश्रा पुत्र रामदेव रेगर खसरा नंबर 425 इन दोनों खेतों की खातेदारी भूमि में कई सालों से बजरी के अवैध स्टॉक चल रहे थे, जिसकी पूर्व में भी राजस्व विभाग ने खनिज विभाग को जानकारी दे रखी थी। खनिज विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि सीज की गई बजरी पटवारी की देखरेख में कर दी गई है।इस दौरान खिरनी पुलिस चौकी प्रभारी जनक सिंह सहित बौंली थाने के पुलिसकर्मी व आरएसी जवान मौजूद रहे।
अवैध स्टॉक की जमीन होगी सिवायचक : खनिज विभाग ने बताया कि राजस्थान सरकार के द्वारा बजरी निर्गमन व परिवहन तथा भण्डारण पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए है। इसके बावजूद भी किसी की खातेदारी भूमि पर कोई अवैध तरीके से बजरी का स्टॉक बनाता है तो राजस्व विभाग व खनिज विभाग की संयुक्त कार्रवाई से खातेदारी भूमि को सिवायचक भूमि बना दिया जाएगा।