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सवाई माधोपुर

सहन नहीं विरोध करना सीखे नारी

गंगापुरसिटी . जननी को जग में ईश्वर से भी बड़ा स्थान दिया गया है। सुनने में यह बात भले ही सुकून दे, लेकिन हर स्तर पर अमल होने से ही महिला और समाज का उद्धार संभव है। दुनिया में मां के रूप में नारी सबसे पवित्र रूप है। पितृ सत्तात्मक दृष्टिकोण से घिरे समाज को यह भलीभांति समझना होगा। यह बात उप नियंत्रक डॉ. तृप्ति बंसल ने कही। डॉ. बंसल शनिवार को भगवती शिक्षक-प्रशिक्षण महाविद्यालय में राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित महिला सशक्तिकरण कार्यशाला को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रही थीं।

सवाई माधोपुरJan 11, 2020 / 07:01 pm

Rajeev

सहन नहीं विरोध करना सीखे नारी

सहन नहीं विरोध करना सीखे नारी

गंगापुरसिटी . जननी को जग में ईश्वर से भी बड़ा स्थान दिया गया है। सुनने में यह बात भले ही सुकून दे, लेकिन हर स्तर पर अमल होने से ही महिला और समाज का उद्धार संभव है। दुनिया में मां के रूप में नारी सबसे पवित्र रूप है। पितृ सत्तात्मक दृष्टिकोण से घिरे समाज को यह भलीभांति समझना होगा। सही मायनों में तभी नारी सशक्तिकरण होगा। यह बात सामान्य चिकित्सालय की उप नियंत्रक डॉ. तृप्ति बंसल ने कही। डॉ. बंसल शनिवार को भगवती शिक्षक-प्रशिक्षण महाविद्यालय में राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित महिला सशक्तिकरण कार्यशाला को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि नारी को सहन करना छोडक़र विरोध करना सीखना होगा और खुद सशक्त होकर आगे आना होगा। महिलाएं विश्वास के साथ आगे बढक़र शिक्षा को हथियार बनाएं। इसके बलबूते वे हर बाधा को पार कर सकती हैंं। उन्होंने स्कूल-कॉलेजों में बेटियों में के लिए सेल्फ डिफेंस जैसे कोर्स चलाने एवं इंटरनेट का उपयोग सही दिशा में करने की नसीहत दी। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को स्वस्थ रहने के टिप्स भी दिए।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सदर थाना प्रभारी सीताराम मीना ने कहा कि पुरातन काल से ही समाज में महिलाओं का दर्जा अव्वल रहा है और महिलाएं जननी होने के नाते इस सम्मान की हकदार हैं। इस सम्मान को और आगे ले जाने के लिए सभी से आगे आकर पहल करने होगी। मीना ने एप के जरिए थाने पर शिकायत करने सहित टोल फ्री नंबर के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी घटना की शिकायत बिना संकोच के थाने में करें, जिससे समय रहते अपराध थामे जा सकते हैं। उन्होंने पोक्सो एक्ट की जानकारी देते हुए कहा कि महिला हिंसा रोकने के लिए पुलिस सदैव उनके साथ खड़ी है। वह नि:संकोच रूप से शिकायत करें।
संचालन प्राचार्य डॉ. कृष्णकांत शर्मा ने किया। इस मौके पर प्रभारी केशवलाल गुप्ता, रामदयाल बैस, विजयराज त्रिवेदी, डॉ. लक्ष्मण गुप्ता, ओमप्रकाश वर्मा, गोपाल मुद्गल, विपिनबिहारी शर्मा, मनीषा श्रीवास्तव, मोना मथुरिया, नवदीप शर्मा, विवेक जैन, विनोद जैन, हनुमान शुक्ल, मिन्टू मीना, मनीषा शर्मा, निकिता चौधरी एवं नीरजबाबू शर्मा आदि मौजूद रहे। अंत में डॉ. बंसल ने सभी को भ्रूण हत्या रोकने की शपथ दिलाई।

पत्रिका का नहीं कोई सानी – डॉ. अनुज


कॉलेज के निदेशक डॉ. अनुज शर्मा ने कहा कि महिला किसी भी क्षेत्र में कमतर नहीं हैं। महिलाओं के जज्बे और सफलता की कहानियों से इतिहास भरा पड़ा है। ऐसे आयोजनों से पत्रिका महिलाओं के सम्मान में इजाफा कर रही है। डॉ. शर्मा ने कहा कि सामाजिक सरोकारों की कड़ी में पत्रिका का कोई सानी नहीं है।

टॉपर हैं बेटियां – शर्मा
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कृष्णकांत शर्मा ने कहा कि बेटियों की सफलता की कहानी किसी भी परीक्षा की मैरिट सूची कहती नजर आती हैं। यह सूची उन्हें और अधिक सम्मान की हकदार बना रही हैं। हमें बेटियों के हक का सम्मान दिलाने के लिए पहल करनी होगी। इसके लिए पत्रिका की पहल सराहनीय है।
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