रणथम्भौर के जंगल से होकर एमपी बॉर्डर पहुंचा टिड्डी दल
सवाईमाधोपुर . जिले में शनिवार को दूसरे दिन भी टिड्डी दल की दस्तक रही। वहीं दल ने कई गांवों के साथ रणथम्भौर के जंगल व आसपास भी अपना डेरा जमाया। ये दल अमरेश्वर वन क्षेत्र की पहाडिय़ों में घुसा था। शाम के बाद अंधेरा हो जाने से दल के रात को जंगल में डेरा डाले जाने की आशंका जताई जा रही थी। इस बीच देर शाम करीब सात बजे इस दल के मध्यप्रदेश सीमा के पास नजर आने की खबर आई।
Locust party reached MP border through Ranthambore forest
फोटो…
रणथम्भौर के जंगल से होकर एमपी बॉर्डर पहुंचा टिड्डी दल
अमरेश्वर वन क्षेत्र की ओर घुसा टिड्डी दल
दिनभर जिले की सीमा में घूमता रहा टिड्डी दल
सवाईमाधोपुर . जिले में शनिवार को दूसरे दिन भी टिड्डी दल की दस्तक रही। वहीं दल ने कई गांवों के साथ रणथम्भौर के जंगल व आसपास भी अपना डेरा जमाया। ये दल अमरेश्वर वन क्षेत्र की पहाडिय़ों में घुसा था। शाम के बाद अंधेरा हो जाने से दल के रात को जंगल में डेरा डाले जाने की आशंका जताई जा रही थी। इस बीच देर शाम करीब सात बजे इस दल के मध्यप्रदेश सीमा के पास नजर आने की खबर आई। ग्रामीणों के मुताबिक ये दल खंडार के पीपलदा, गंडावर व अनियाला क्षेत्र में दिखाई दिया। इसके आगे अब मध्यप्रदेश, करणपुर करौली की तरफ निकलने की आशंका जताई गई। उधर, इससे पहले जंगल में दल के घुसने से ेवनाधिकारियों एवं प्रशासन में हड़कम्प मच गया। इसे देखने के लिए लोग घरों से बाहर निकल गए। कई जगहों पर ढोल, थलियां व बर्तन बजाकर इनको भगाने का जतन किया गया है। करमोदा के अमरूद उत्पादक किसानों में तो ट्ड्डिी दल के हमले का खौफ सा फैल गया। हालांकि वहां से ये दल आगे निकल गया। इससे पहले शुक्रवार को दल गंगापुरसिटी, बामनवास, वजीरपुर इलाके में सक्रिय रहा था।