इससे पहले एडीजे चौधरी, एसीजेएम शालिनी गोयल, न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिता चौधरी एवं एजेएम-1 पलाश मीना ने बालिकाओं को विभिन्न कानूनी जानकारियों से अवगत कराया। इसके बाद एक निजी स्कूल में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इसमें बालिकाओं ने ‘पापा मुझे पढऩे दो’, ‘मैं बोझ नही हूं धरती का’ सहित अन्य नाटकों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर एडीजे रेखा चौधरी ने बालिकाओं को अनिवार्य शिक्षा अधिनियम, आरटीई, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान संबंधी जानकारी दी। साथ ही शिक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं को शिक्षा से जोडऩे के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर एसीजेएम शालिनी गोयल, न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिता चौधरी, एजेएम-1 पलाश मीना, ग्राम न्यायालय न्यायाधीश जया अग्रवाल, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी महेश मीना, प्रधानाचार्य गायत्री वरमेन्दु, आशीष जैन एवं महेन्द्र शर्मा मौजूद रहे। इधर स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल में बालिका दिवस के मौके पर जागरूकता रैली निकाली गई। प्रधानाचार्य भगवान सहाय गुप्ता ने सुबह १० बजे हरी झण्डी दिखाकर विद्यालय बैण्ड के साथ रैली को रवाना किया। इसके बाद विद्यालय में अनिवार्य शिक्षा का अधिकार एवं बालिका शिक्षा से जुड़े विषयों पर निबन्ध, पोस्टर एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भगवती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में बालिका दिवस के मौके पर विचार संगोष्ठी हुई। इसमें प्रवक्ता एवं प्रशिक्षणार्थियों ने अपने विचार व्यक्त किए। प्रवक्ता अंजूरानी शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं किसी भी रूप में कमतर नहीं है।
इस मौके पर प्राचार्य डॉ. कृष्णकांत शर्मा, प्रभारी केशव लाल गुप्ता, डॉ. लक्ष्मण गुप्ता, छात्राध्यापिका भावना खण्डेलवाल, राधा वर्मा, मुख्य वक्ता अमीषा गुर्जर व विशिष्ठ अतिथि साक्षी शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हिंगोटिया में बालिका दिवस के मौके पर सुबह 8 बजे प्रभातफेरी निकालकर बेटी बचाने व पढ़ाने का संदेश दिया गया। इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इस मौके पर बाबूलाल गुर्जर, उमाशंकर शर्मा, देवीसिंह, विमला मीना, कमला उपाध्याय एवं चेतन बंसल आदि शिक्षक उपस्थित रहे।