सवाईमाधोपुर . अमृत योजना के तहत पार्कों में पहले जब वहां पर ट्यूबवैल खुदाई, फुटपाथ ट्रेक व टाइलें लगाने, मिट्टी डालने व पौधे लगाने का काम होगा तो ऐसे में वे कुर्सियां बदरंग एवं खराब हो जाएंगी। नगर परिषद की अनदेखी से जो काम बाद में होना चाहिए था, वह पहले ही किया जा रहा है। इस पर लोगों ने भी रोष जताया है। लोगों का आरोप है कि नगर परिषद प्रशासन बजट को सिर्फ ठिकाने लगाने का काम कर रही है।
पानी का इंतजाम भी नहीं
नगर परिषद की ओर से भी पार्कों में ट्यूबवैल खुदाई का कार्य भी किया जाना है। ट्यूबवैल खुदाई का कार्य गर्मियों में किया जाना चाहिए, ताकि भूमिगत जल स्तर का पता चल सके, लेकिन ज्यादातर जगहों पर पार्कों के लिए पानी का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। हालांकि परिषद अधिकारी कहते हैं कि इन दिनों जल संकट चल रहा है। इसके चलते पार्कों का काम अटका हुआ है।
तीन करोड़ के बजट से सौन्दर्यीकरण
जिला मुख्यालय पर अमृत योजना के तहत नगर परिषद की ओर से पार्कोंे में तीन करोड़ की लागत से सौन्दर्यीकरण कराया जाना है। इसमें पौधे, घास, कुर्सियां, झूले, सोलर लाइट, गेट, श्रमिकों की मजदूरी आदि शामिल है। इसमें गुलाब बाग, महावीर पार्क, चेतक पार्क, पुलिस लाइन, भोपाल नगर, जवाहर नगर, हाउसिंग बोर्ड सेक्टर एक एवं दो, गोशाला पार्क, निजामत पार्क सिटी, बाल मंदिर कॉलोनी, सीतामाता पार्क, प्रेम मंदिर पार्क, जवाहर पार्क, एमपी कॉलोनी पार्क शामिल है।
फिर भी ढिलाई
ये काम नगर परिषद के अधिशासी अभियंता राकेश शर्मा की देखरेख में हो रहे हैं, लेकिन ढिलाई के चलते पार्कों के विकास की ओर उनका कोई ध्यान नहीं है। संबंधित फर्म ने जो कह दिया, उसी को सही बात मानकर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। वे कार्यों का मौका देखने भी नहीं जा रहे हैं। संबंधित फर्मों ने सभी जगहों पर नए ट्यूबवैल के लिए जमीन में पानी नहीं होने की बात उनको बताई।
बिना हरियाली किस काम की कुर्सियां
नगर परिषद ने पार्क को विकसित नहीं किया है, लेकिन उससे पहले कुर्सियां लगा दी है। पार्क में पेड़-पौधे, दूब व वॉकिंग ट्रेक ही नहीं होगा तो कुर्सियां क्या काम आएंगी।
शंकर नरानिया, निवासी भोपाल नगर
अधूरा पड़ा है काम
ठेकेदार ने एमपी कॉलोनी पार्क का कार्य अधूरा छोड़ दिया है। वहां कुर्सियां पहले लगा दी। दूब व फुलवारी नहीं लगाई। फुटपाथ का काम भी अधूरा पड़ा है।
कपिल बंसल, निवासी एमपी कॉलोनी
अमृत योजना में पार्कों के विकास का काम कराया जा रहा है। भूमिगत जल कम होने से पार्कों के लिए ट्यूबवैल नहीं खुद पा रहे हैं। अधूरे काम पूरे कराने के लिए एक्सईएन को निर्देशित किया है।
रविन्द्र सिंह, आयुक्त, नगर परिषद, सवाईमाधोपुर
महावीर पार्क शहर का सबसे अच्छा पार्क था, लेकिन अमृत योजना के विकास के नाम पर उसको उजाड़ दिया गया है। अमृत योजना के तहत वहां कोई काम नहीं हो रहा है।
हरिप्रसाद योगी, सामाजिक कार्यकर्ता
आवारा जानवर घूमते हैं
पुराने शहर में पुरानी निजामत पार्क ही एकमात्र पार्क है। अमृत योजना में उसका कोई काम नहीं हुआ है। वहां पर आवारा जानवर घूमते हैं।
लक्ष्मीकांत त्रिवेदी, निवासी शहर