यह था मामला
छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कॉलेज में नामांकन दाखिल करने का समय दोपहर तीन बजे तक निर्धारित था, लेकिन एक प्रत्याशी दोपहर तीन बजकर 12 मिनट पर नामांकन करने के लिए कॉलेज में आई। नियमानुसार उसका नामांकन खारिज होना चाहिए था। आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने उसका नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया। इसपर एक छात्र संगठन के समर्थक व कार्यकर्ता भड़क गए और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते हुए कॉलेज परिसर में आ गए। इसके बाद पुलिस कार्यकर्ताओं को कॉलेज परिसर से बाहर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
पुलिस पर फैंके पत्थर
पुलिस द्वारा बल प्रयोग करने से कार्यकर्ता और भड़क गए। इनमें से कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस के जवानों पर पत्थर फैंके। इसके जबाव में पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया। इसमें दो जने घायल हो गए।
सुस्त चाल से चला
इससे पहले छात्रसंघ चुनावों में गुरुवार को नामांकन की प्रक्रिया सुस्त चाल से चली। दोपहर 12 बजे तक दोनों ही महाविद्यालयों में कोई नामांकन दाखिल नहीं हुआ। पीजी कॉलेज में पहला नामांकन एबीवीपी के पैनल द्वारा दोपहर करीब डेढ़ बजे भरा गया। इसके बाद अन्य दलों व निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी नामांकन दाखिल किए। पीजी कॉलेज मेें अध्यक्ष पद के लिए सात, उपाध्यक्ष पद के लिए तीन, महासचिव व संयुक्त सचिव के लिए दो-दो नामांकन दाखिल किए गए। प्राचार्य ओपी शर्मा ने बताया कि कॉलेज आयुक्तालय ने नाम वापसी से पूर्व नामांकन करने वाले उम्मीदवारों के नाम सार्वजनिक नहीं करने के आदेश दिए हैं। ऐसे में नाम जारी नहीं किए हैं। हालांकि राजकीय कन्या महाविद्यालय में अध्यक्ष पद के लिए आरती सैनी, प्रियंका बैरवा, विजय लक्ष्मी मीणा, उपाध्यक्ष पद के लिए प्रियंका शर्मा, रेशमा मीणा, महासचिव के लिए दीया उपाध्याय व ज्योति गुर्जर तथा संयुक्त सचिव के लिए पूजा साहू का नामांकन प्राप्त हुआ। ये जानकारी निर्वाचन अधिकारी मनीषा शर्मा ने दी।
कक्षा प्रतिनिधि में नहीं दिखाई रुचि
वहीं कक्षा प्रतिनिधि के पद में विद्यार्थियों ने रुचि नहीं दिखाई। दोनों ही महाविद्यालयों में कक्षा प्रतिनिधि के पद के लिए एक भी नामांकन दाखिल नहीं हुआ।
महेन्द्र एनएसयूआई के प्रत्याशी घोषित
एनएसयूआई की ओर दिन भर की उठापटक के बाद देर शाम को एनएसयूआई की ओर से महेन्द्र मीणा को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया गया है। प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने बताया कि पीजी कॉलेज में विकास कुमार मीणा के टिकट को खारिज कर दिया गया है।
कलक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन सौंपा ज्ञापन
इसके बाद कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कार्यकर्ताओं ने बताया कि पुलिस द्वारा जबरन बिना किसी वजह के लाठीचार्ज किया गया है। जो गलत है। इस दौरान हेमन्त सिंह राजावत, विनोद यादव आदि मौजूद थे।
समय समाप्ति के बाद किसी का नामांकन स्वीकार नहीं किया गया है। यह आरोप निराधार है। कॉलेज परिसर में कुछ छात्र हंगामा कर रहे थे। ऐसे में पुलिस ने बल प्रयोग किया है।
मनीषा शर्मा, निर्वाचन अधिकारी, गल्र्स कॉलेज, सवाईमाधोपुर।
नामांकन के दौरान हुए विवाद को लेकर छात्रों की ओर से ज्ञापन दिया गया है। मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चुनाव में कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।
सुधीर चौधरी, पुलिस अधीक्षक, सवाईमाधोपुर।