उन्होंने बताया की आज के समय में 20 से 30 प्रतिशत दम्पति निसंतान है। इसका सबसे बड़ा कारण बढ़ती उम्र के साथ ही दूषित वातावरण खानपान पर्यावरण हार्मोन्स में हो रहे बदलाव एवं अन्य चिकित्सकीय कारण है। इससे आज के युग में भी कई दम्पति निसंतान रह जाते है। सवाईमाधोपुर में संचालित निसंतान उपचार केन्द्र आईवीएफ सेन्टर के तहत लाखेरी निवासी माधुरी ने 9 माह के उपचार के बाद जुड़वा बच्चों का जन्म दिया है। डॉक्टर अर्शी इकबाल ने बताया कि सवाई माधोपुर में संचालित सेन्टर की यह पहली सफलता है। जुड़वा बच्चों में एक बेटा व एक बेटी है।