सरसों तथा चने की तुलाई के लिए ई-मित्र के माध्यम से पंजीयन की व्यवस्था शुरू हो गई है। पंजीयन के बाद किसानों को मोबाइल पर ऑटोमेटिक तुलाई की तिथि आ जाएगी। ऐसे में किसानों को निर्धारित दिन ही अपनी उपज को लेकर खरीद केन्द्र पर पहुंचना होगा। इस व्यवस्था से किसानों को खरीद केन्द्र के अनावश्यक चक्कर नहीं काटने पड़ेगे। वहीं तुलाई के लिए इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। इधर जिन किसानों की फसल तैयार हो गई है। उन्होंने अपनी जिंस की बिक्री के लिए जमाबंदी बनाना शुरू कर दिया है।
ऐसे में अब पटवारियों के दफ्तरों में जमाबंदी तैयार कराने के लिए किसानों का मेला लगा रहता है। खरीद केन्द्र पर ऑनलाइन के बजाय पटवारी की ओर से जारी हस्तलिखित जमाबंदी ही स्वीकार किए जाने के आदेश है। इसके पीछे सरकार की मंशा व्यापारियों के इकट्ठे माल की तुलाई पर रोक लगाना है। क्रय-विक्रय सहकारी समिति बामनवास के सहव्यवस्थापक माणक गुप्ता ने बताया कि उनको बाटोदा तथा बामनवास में एक अप्रेल से सरकारी खरीद केन्द्र खोलने के आदेश मिल चुके हैं। केवीएसएस की ओर से इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है।