नहीं मिल रहे मजदूर
किसानों ने बताया कि ऑनलाइन पंजीयन के चक्कर में कृषि कार्य भी प्रभावित हो रहा है। खेतों में खड़ी फसल को काटने के लिए मजदूर भी नहीं मिल रहे।
क्षमता पूर्ण होने से भी आई परेशानी
किसानों ने बताया कि राजफेड सर्वर पर खण्डार खरीद केन्द्र की क्षमता पूर्ण होने से किसानों को खरीद केन्द्र पर अपनी फसल बेचने से वंचित होना पड़ रहा है। किसानों नें बताया कि अभी तक कुल तीन से चार हजार ही ऑनलाइन पंजीयन पूरे जिले में हुए हैं। इसमें ही खरीद केन्द्र की क्षमता पूर्ण करना गड़बड़ी करने का अंदेशा है। जबकि पूरी तहसील क्षेत्र में करीब 30 से 40 हजार किसान है।
उपखण्ड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
सर्वर डाउन होने एवं खरीद केंन्द्र की क्षमतापूर्ण होने से ब्लॉक किसान एवं खेत मजदूर अध्यक्ष रामदयाल चौधरी ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर सर्वर की समस्या को ठीक करवाकर क्षमता पूर्ण के मैसेज को हटाने की मांग की। ब्लॉक कांग्रेस प्रवक्ता पारस जैन ने बताया कि अभी तक क्षेत्र के कुल 10 प्रतिशत किसानों के ही पंजीयन नहीं हुए हैं। ऐसे में राजफेड द्वारा अधिक से अधिक संख्या में पंजीयन कर लोगों को खरीद केन्द्र का लाभ दिलाने की मांग रखी।
ऑनलाइन पंजीयन पर आ रही समस्या को लेकर किसानों ने अवगत करवाया है । राजफेड के अधिकारियों से बात करके समस्या का समाधान निकालेंगे।
रतन लाल अटल, एसडीओ खंडार
किसान परेशान
भगवतगढ़. कस्बे सहित आस-पास के गांवों में किसानों को सरकारी कांटे पर फसल बेचने के लिए परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। झोपड़ा निवासी किसान रूपसिंह, शंकरलाल, प्रहलाद मीणा आदि ने बताया कि सरकारी कांटे पर फसल बेचान के लिए किसानों को प्रति बीघा के हिसाब से फसल का रेकॉर्ड ऑनलाइन करवाना पड़ रहा है। इसके लिए किसान सुबह से कस्बे सहित अन्य गांवों में स्थित ई मित्र केंद्रों पर एकत्रित हो जाते है, लेकिन राजफेड की साइट धीमी चलने से घंटों इंतजार करने के बाद भी कई किसानों की फसल ऑनलाइन नहीं होने से उन्हें निराश होकर शाम को घर लौटना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर साइट के धीमे चलने से ई मित्रों पर भीड़ के चलते ई मित्र संचालक भी परेशान नजर आते है। ई मित्र संचालकों ने बताया कि सुबह से देर रात तक किसान फसल का ऑनलाइन कराने के लिए केंद्र पर जमे रहते है।