जानकारी के अनुसार निगम के माध्यम से सरकार ने आम जनता को सस्ती दर पर खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए योजना शुरू की थी। ताकि लोगों को राशन की दुकानों पर बाजार से सस्ती दर पर चाय पत्ती, नमक व अन्य जरूरी चीजें मिल जाएं। राशन की दुकानों पर लोग खाद्य सामग्री खरीद भी रहे हैं, लेकिन बीते एक वर्ष से दुकानों पर यह व्यवस्था बंद हो गई। ऐसे में लोग इन खाद्य सामग्रियों के वापस शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।
खत्म हो गई निविदा
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सितम्बर 2017 में नमक, नवम्बर 2017 में मसाले, अगस्त 2018 में चायपत्ती व जुलाई 2018 में अगरबत्ती सप्लाई के टैण्डर समाप्त हो गए थे। इसके बाद राशन की कुल 450 दुकानों पर यह सामग्री पहुंचाने के लिए पुरजोर तरीके से व्यवस्था नहीं की गई। इसके चलते राशन की दुकानों पर उक्त खाद्य सामग्री नहीं पहुंच सकी।
गंभीरता से नहीं ले रहे अधिकारी
जिले में बीपीएल श्रेणी में हो या अन्त्योदय परिवार इनको राशन दुकानों पर गेहूं, चीनी के साथ चायपत्ती, मसाले व अगरबत्ती आदि भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराई जानी थी। इस बारे में अधिकारियों के पास ना तो कोई रिकॉर्ड है और ना ही जानकारी उपलब्ध करवा पा रहे हैं।
यहां तक की अधिकारी इस बारे में कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दे पा रहे है। इसका खामियाजा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को उठाना पड़ रहा है। वे राशन डीलर से लेकर, रसद विभाग व जिला प्रशासन से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उपभोक्ताओं को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
ये बोले उपभोक्ता राशन की दुकानों पर खाद्य सामग्री नहीं मिल रही है। करीब दो-तीन सालों से मसाले, चायपत्ती, अगरबत्ती आदि सामग्री नहीं आ रही है। इससे योजना का कोई फायदा नहीं मिल रहा है। – राजेश योगी, मजदूर, आलनपुर
राशन की दुकान पर खाद्य सामग्री के साथ मसाले, चायपत्ती, अगरबत्ती नहीं मिल रहे है। राशन डीलर से पूछने पर आगे से ही नहीं आने की बात कहकर वापस भेज देते है। जरूरी चीजे मिलनी चाहिए। – बादामदेवी, गृहणी, आलनपुर
खाद्य सामग्री के लिए रसद विभाग व राशन की दुकान के चक्कर काटते हैं, लेकिन समय पर गेहूं, नमक व अन्य सामग्री नहीं मिलती है। इससे आर्थिक परेशानी उठानी पड़ती है। – मि_ूलाल योगी, मजदूर, सवाईमाधोपुर
बीपीएल श्रेणी में होने के बाद भी तेल, मसाले, गेहूं सहित अन्य जरूरी खाद्य सामग्री समय पर नहीं मिलती है। कई बार जिला कलक्टर व रसद विभाग से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। – कन्हैयालाल गुर्जर, मजदूर वार्ड नं.38
इनका कहना है….
मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। जानकारी लेकर खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराएंगे।
भावेश डेटानी, मैनेजर सिविल सप्लाई, सवाईमाधोपुर