विद्यार्थियों के प्रदर्शन व हंगामे के बाद उदेई मोड़ पुलिस थानाधिकारी जगदीश भारद्वाज ने धरने पर बैठे छात्रों से समझाइश की, लेकिन छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे। इसके बाद प्राचार्य प्रो. रामकेश मीना के आश्वासन के बाद छात्र धरने से हटे। दरअसल कोटा विश्वविद्यालय की ओर से इन दिनों स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षा के आवेदन भरवाए जा रहे हैं। इसी बीच कॉलेज प्रशासन आवेदक परीक्षार्थियों से 2०० रुपए विकास शुल्क के नाम पर अलग से वसूल रहा है। विद्यार्थी विकास शुल्क को वापस लेने की मांग करते हुए धरने पर बैठे थे।
इनका कहना है
विकास शुल्क लिए जाने का निर्णय कॉलेज विकास कमेटी में लिया गया था। यदि छात्रों को इस पर आपत्ति है तो विकास कमेटी की बैठक बुलाकर इस पर मंथन किया जाएगा।
– प्रो. रामकेश मीना, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय।