राजकीय पीजी महाविद्यालय में ज्यादातर विद्यार्थियों ने पुलिस की इस कार्रवाई को सराहा। विद्यार्थियों का कहना था कि आरोपियों को सजा तो मिलनी थी, लेकिन कानून के दायरे में उसे समय लग सकता था, लेकिन भागने की फिराक में घिनौना कृत्य करने के मारे गए आरोपियों के प्रति उनकी कोई संवेदना नहीं है। कुछ विद्यार्थियों का कहना था कि पुलिस इतने सवेरे आरोपियों को किस मंशा के साथ ले गई और किस तरह इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस पर सवाल उठना लाजिमी है, लेकिन ऐसे कृत्य के आरोपियों पर ‘रहम’ कतई नहीं होना चाहिए। ज्यादातर विद्यार्थियों ने हैदराबाद पुलिस की इस कार्रवाई को ‘सेल्यूट’ किया।
यह बोली छात्राएं
दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों के एनकाउंटर में ढेर होने की खबर ने मुझे काफी खुशी दी। ऐसे आरोपियों के साथ किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। पुलिस का यह कदम सराहनीय है। पूरे देश को पुलिस की इस कार्रवाई के साथ होना चाहिए।
– अंजलि चौरसिया, कॉलेज छात्रा
आरोपियों ने भागने और पुलिस पर हमला करने की कोशिश की। ऐसे में आरोपियों का यही हश्र होना चाहिए। इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर अंगुली नहीं उठाई जा सकती। हर भारत वासी को इस कार्रवाई पर फख्र है। पीडि़ता को इससे न्याय मिला है।
– आशा गुर्जर, कॉलेज छात्रा
देश के कानून के मुताबिक हर जुर्म की सजा तय है। आरोपियों को कानून अपने हिसाब से सजा तय करता, लेकिन आरोपी भागने की फिराक में मारे गए हैं। ऐसे में पुलिस कार्रवाई पर संदेह करना व्यर्थ है। मेरा मानना है कि इस कार्रवाई से हर बेटी को सुकून पहुंचा है।
– अक्षा, कॉलेज छात्रा
ऐसे कृत्य की सजा यही तय होनी चाहिए। ऐसे आरोपियों के साथ किसी भी तरह की हमदर्दी नहीं है। उनके साथ जो हुआ अच्छा हुआ। भले ही लोग पुलिस की कार्रवाई को संदेह की दृष्टि से देखें, लेकिन उनके कृत्य की सजा मौत से कम कुछ भी मंजूर नहीं थी।
– आरती सैनी, कॉलेज छात्रा
चर्चा का विषय नहीं
यह उचित है या अनुचित यह चर्चा का विषय नहीं है, लेकिन यह सच है कि इस कार्रवाई से अवाम को खुशी मिली है। इस घटना ने देश को झकझोर दिया था। हालांकि कानून के दायरे में काम होना चाहिए, लेकिन इस कार्रवाई से बेटी को जल्द न्याय मिल सका है। पुलिस की कार्रवाई हर हाल में सराहने योग्य है।
– विमला मीना, गंगापुरसिटी