मलारना डूंगर. दोसा की लालसोट-मंडावरी तहसीलों के कुछ क्षेत्र सहित सवाईमाधोपुर जिले की मलारना डूंगर, बौंली व बामनवास तहसील के किसानों की लाइफ लाइन मोरेल बांध में छटपटाती लहरे बांध के आगोश से निकलने को आतुर है। लगातार पानी की आवक के चलते 30 फीट भराव क्षमता वाले मोरेल बांध में शुक्रवार शाम 5 बजे तक 29 फीट पानी की आवक हुई है। जबकि दोपहर एक बजे तक 28.5 फीट पानी आने के बाद जल संसाधन विभाग दोसा की ओर से अलर्ट जारी किया है।
इन्होंने किया अलर्ट जारी : यू तो मोरेल बांध का ज्यादातर पानी बोली व मलारना डूंगर तहसील क्षेत्र से निकलने वाली मुख्य नहर में छोड़ा जाता है। जबकि बांध की देखरेख दोसा जल संशाधन विभाग के जिम्मे है। विभाग के दोसा अधिशाषी अभियंता होती लाल मीणा ने शुक्रवार को अलर्ट जारी करते हुए कहा कि मोरेल बांध की पूर्ण भराव क्षमता 30 फीट है। शुक्रवार दोपहर एक बजे तक बांध का जलस्तर 28.5 फीट तक पहुंच गया है। पानी की आवक को देखते हुए आगामी 24 घण्टो में बांध ओवरफ्लो होने की पूर्ण सम्भावना है। ऐसे में आमजन को सूचित किया जाता है कि बांध के नीचे डाउन स्ट्रीम में मोरेल नदी के बहाव क्षेत्र के आस-पास किसी प्रकार की गतिविधि नहीं करें। ताकि किसी प्रकार की जनहानि ना हो सके।
सैलानियों की उमड़ रही भीड़
21 साल बाद मोरेल बांध भरने पर सैलानियों की भीड़ उमडऩे लगी। बांध के आगोश में छटपटाती लहरों को देखने के दौसा व सवाईमाधोपुर जिलों से लोगो की भीड़ पहुंच रही है। शुक्रवार को भी भारी तादाद में लोग मोरेल बांध पर पहुंचे।