टोकसी पंचायत के हालात टोकसी ग्राम पंचायतों में लगे नलकूपों से शहर में पेयजल की सप्लाई होती है, लेकिन विभाग के कार्मिकों की अनदेखी व पर्याप्त जल दोहन नहीं करने से पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। टोकसी पंचायत के बिनेगा गांव में पिछले २० दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। इसके चलते लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को टैंकर से पानी खरीदना पड़ रहा है। टोकसी से बिनेगा जाने वाली पाइप लाइन से लोगों ने अवैध कनेक्शन कर रखे हैं। इससे बिनेगा गांव में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने इस बारे में सम्बन्धित अभियंताओं को भी बताया, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। टोकसी सरपंच दयाराम मीना ने बताया कि समस्या के समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों व जलदाय अभियंताओं को कई बार अवगत कराया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
शहर को पिला रहे पानी, खुद हैं प्यासे
चूली पंचायत में जलदाय विभाग द्वारा करीब ४० नलकूप लगाए गए हैं। इन सभी नलकूपों से पानी का दोहन गंगापुरसिटी के लिए किया जाता है, लेकिन चूली में पानी की आपूर्ति नहीं की जाती। जबकि पंचायत की आबादी करीब १० हजार है, लेकिन पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। चूली पंचायत के छावा, छावा की बगीची, चूली की बगीची में जलसंकट गहराया हुआ है। चूली गांव की महिलाओं को लगभग दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। गांव के कुओं का पानी भी बरसात कम होने से सूख चुका है तथा हैण्डपम्पों में भी पानी नहीं है। घरेलू कार्यों को भी पूरा करने के लिए दूर से ही पानी लाना पड़ता है। ग्रामीणों ने इस बारे में विभाग के आला अभियंताओं और जनप्रतिनिधियों को भी बताया लेकिन समस्या जस की तस है।
चूली पंचायत में जलदाय विभाग द्वारा करीब ४० नलकूप लगाए गए हैं। इन सभी नलकूपों से पानी का दोहन गंगापुरसिटी के लिए किया जाता है, लेकिन चूली में पानी की आपूर्ति नहीं की जाती। जबकि पंचायत की आबादी करीब १० हजार है, लेकिन पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। चूली पंचायत के छावा, छावा की बगीची, चूली की बगीची में जलसंकट गहराया हुआ है। चूली गांव की महिलाओं को लगभग दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। गांव के कुओं का पानी भी बरसात कम होने से सूख चुका है तथा हैण्डपम्पों में भी पानी नहीं है। घरेलू कार्यों को भी पूरा करने के लिए दूर से ही पानी लाना पड़ता है। ग्रामीणों ने इस बारे में विभाग के आला अभियंताओं और जनप्रतिनिधियों को भी बताया लेकिन समस्या जस की तस है।
नहीं सुधरे उदेई कलां के हालात
गत दिनों पानी की समस्या को लेकर उदेई कलां के लोगों ने उपखण्ड अधिकारी को समस्याओं से अवगत कराया, लेकिन जलदाय विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। वर्तमान में हालात भी ये हैं कि गांव में जलापूर्ति तीन या चार दिनों में एक बार होती है वह भी अधिकतम दस मिनट के लिए। महिलाओं को पीने और घरेलू कामकाज के लिए दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। लोगों ने बताया कि नलों में पानी के आने का भी समय निर्धारित नहीं है। पानी आने के समय नलों पर भीड़ लग जाती है। किल्लत की पूर्ति के लिए महिलाएं पानी की टंकियों को ही सडक़ पर रख देती हैं। पानी के चोरी होने की आशंका के चलते टंकियों पर ताला लगा दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि पानी की किल्लत के चलते आर्थिक बोझ के कारण पानी के टैंकर भी नहीं डलवा सकते हैं।
गत दिनों पानी की समस्या को लेकर उदेई कलां के लोगों ने उपखण्ड अधिकारी को समस्याओं से अवगत कराया, लेकिन जलदाय विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। वर्तमान में हालात भी ये हैं कि गांव में जलापूर्ति तीन या चार दिनों में एक बार होती है वह भी अधिकतम दस मिनट के लिए। महिलाओं को पीने और घरेलू कामकाज के लिए दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। लोगों ने बताया कि नलों में पानी के आने का भी समय निर्धारित नहीं है। पानी आने के समय नलों पर भीड़ लग जाती है। किल्लत की पूर्ति के लिए महिलाएं पानी की टंकियों को ही सडक़ पर रख देती हैं। पानी के चोरी होने की आशंका के चलते टंकियों पर ताला लगा दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि पानी की किल्लत के चलते आर्थिक बोझ के कारण पानी के टैंकर भी नहीं डलवा सकते हैं।
अहमदपुर गांव के हालात
अहमदपुर पंचायत में आने वाले दौलतपुर, जियापुर, फिरासपुर तथा आस्टोली गांव में भी पेयजल की समस्या ने विकराल रूप ले रखा है। पीने के लिए तो दूर की बात है घरेलू कार्य करने के लिए भी पानी का जुगाड़ करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। अहमदपुर सरपंच जगदीश बैरवा ने बताया कि दौलतपुर गांव में हैण्ड़पम्पों के नहीं होने तथा कुएं के सूखने से समस्या ने विकराल रूप ले रखा है।
ये बोले लोग
गांव के कुएं का पानी सूख चुका है, नल भी खराब पड़े हैं। घर से दूर से पानी लाना पड़ता है। पेयजल समस्या का समाधान होना चाहिए।
जगदीश गुर्जर, गांवड़ी पानी की किल्लत के चलते दूर से पानी लाना पड़ता है। पेयजल की पूर्ति हो जाती है, लेकिन घरेलू कार्यों के लिए पानी नहीं है। जनप्रतिनिधियों को अवगत करा चुके, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
दीनदयाल शर्मा, गांवड़ी
इनका कहना है
चूली पंचायत क्षेत्र में जलदाय विभाग के करीब ४० नलकूप हैं। गंगापुरसिटी शहर के लिए पानी की आपूर्ति यहीं से हो रही है, लेकिन ग्रामीणों के लिए पेयजल की व्यवस्था नहीं है। व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए विभाग के अभियंताओं व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया है।
सुरेश चंद गुर्जर, सरपंच चूली पंचायत
बिनेगा गांव की जलापूर्ति टोकसी में लगे नलकूप से जा रही पाइप लाइन में कुछ लोगों ने अवैध रूप से कनेक्शन कर रखे हैं। इस बारे में विभाग के अभियंताओं को सूचित कर दिया है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई है।
दयाराम, सरपंच टोकसी पंचायत
दयाराम, सरपंच टोकसी पंचायत
पंचायत के कई गांवों में पेयजल समस्या बनी हुई है। कुओं का पानी भी सूख चुका है, लोग दूषित पानी का उपयोग करने को मजबूर हैं। इस बारे में जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया है।
जगदीश बैरवा, सरपंच अहमदपुर
जगदीश बैरवा, सरपंच अहमदपुर
बिनेगा गांव की पाइप लाइन में हो रहे अवैध कनेक्शनों की शिकायत हमारे पास नहीं आई है। ऐसा है तो मामले की जांच कराई जाएगी तथा समस्या का समाधान किया जाएगा। जिन गांवों में पानी की किल्लत होगी उनके लिए टैंकरों के द्वारा पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
सतीश अग्रवाल, सहायक अभियंता, पीएचईडी गंगापुरसिटी ग्रामीण।
सतीश अग्रवाल, सहायक अभियंता, पीएचईडी गंगापुरसिटी ग्रामीण।